गोरखपुर चिड़ियाघर: बर्ड फ्लू से बाघिन की मौत, अन्य जानवर भी संक्रमित

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Last Updated:June 12, 2025, 12:04 ISTGorakhpur News : गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से बाघिन ‘शक्ति’ की मौत के बाद तेंदुआ, हिमालयन गिद्ध और भेड़िया भी संक्रमित पाए गए हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार H5N1 एवियन इन्फ्लुएंजा मांसाहारी जानवरों के लिए घातक…और पढ़ेंहाइलाइट्सगोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से बाघिन की मौत.H5N1 वायरस मांसाहारी जानवरों के लिए घातक साबित हो रहा है.शाकाहारी जानवरों में संक्रमण का कोई संकेत नहीं मिला.गोरखपुर : गोरखपुर चिड़ियाघर में हाल ही में बर्ड फ्लू के कारण बाघिन ‘शक्ति’ की मौत के बाद हुई जांच में पता चला है कि यह संक्रमण मुख्य रूप से मांसाहारी जानवरों तक ही सीमित रहा है. हाल ही में आई केंद्रीय चिड़ियाघर भोपाल की एक रिपोर्ट ने इन क्षेत्रों में फैले बर्ड फ्लू संक्रमण पर रिपोर्ट जारी कर बताया है कि यह संक्रमण मुख्य रूप पर बत्तखों से फैला है. जिसने कौओं के माध्यम से चिड़ियाघर और शहरी इलाकों तक अपनी पहुंच बना ली है.चौंकाने वाली बात यह है कि बाघिन की मौत के बाद 5 अन्य मांसाहारी जानवरों में भी संक्रमण मिला है, जिनमें तेंदुआ, हिमालयन गिद्ध और भेड़िया शामिल हैं.प्रशासन ने बाघिन के विसरा की जांच भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च पशु रोग अनुसंधान संस्थान में करवाई थी, जहां से बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. इसके बाद चिड़ियाघर प्रशासन ने एहतियातन अन्य जानवरों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे. रिपोर्ट में हिमालयन गिद्ध, तेंदुआ के दो शावक और मेलानी नामक अन्य बाघिन के संक्रमित होने की जानकारी मिली.

मांसाहारी जानवरों पर मंडरा रहा खतराचिड़ियाघर के उपनिदेशक और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह के अनुसार, H5N1 एवियन इन्फ्लुएंजा मांसाहारी और विशेषकर बिल्ली परिवार के जानवरों के लिए ज्यादा घातक साबित हो रहा है. इसलिए इन जानवरों पर खास निगरानी रखी जा रही है और इन्हें इम्यूनिटी बूस्टर और जरूरी दवाइयां दी जा रही हैं.

शाकाहारी जानवरों में नहीं मिला संक्रमणखुशखबरी यह है कि अब तक किसी भी शाकाहारी जानवर में संक्रमण का कोई संकेत नहीं मिला है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि संक्रमण की सीमा नियंत्रित है. विशेषज्ञों के अनुसार, वायरस का म्यूटेशन मांसाहारी जीवों में अधिक प्रभावी साबित हो रहा है, इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन अब फीडिंग सिस्टम, हाइजीन और निगरानी को और पुख्ता कर रहा है. इस घटना ने एक बार फिर से बर्ड फ्लू के ज़ूनोटिक खतरों को उजागर किया है. मांसाहारी जानवरों पर इसका प्रभाव चिंता का विषय है, लेकिन समय पर जांच और निगरानी ने स्थिति को नियंत्रण में रखा है.Location :Gorakhpur,Gorakhpur,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshगोरखपुर में बर्ड फ्लू से बाघ, तेंदुआ, गिद्ध, भेड़िया सब परेशान…

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