उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें महोबा मंडी में बिक रहे आलू पर जहरीले रंग का खुलासा हुआ है. जांच में सामने आया कि इन आलुओं पर पेंट, सिरेमिक और कॉस्मेटिक में इस्तेमाल होने वाला रंग लगाया गया था. फूड विभाग की टीम ने तुरंत सैंपल जब्त कर जांच शुरू कर दी है. सवाल यह है कि आखिर ये जहरीला माल आया कहां से?
जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि आलू को आयरन ऑक्साइड (Iron Oxide) से रंगा गया था, जो पेंट, सिरेमिक और कॉस्मेटिक में इस्तेमाल होने वाला रसायन है. इस रसायन का उपयोग खाने की वस्तुओं पर करना बेहद खतरनाक माना जाता है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने फर्रुखाबाद और कानपुर से लाए गए 2 ट्रक आलू (लगभग 200 बोरी) को असुरक्षित पाया था. विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन्हें नष्ट करने का निर्णय लिया. अधिकारियों के अनुसार, इस तरह के रंगीन आलू का सेवन करने से लिवर, किडनी और पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है.
जांच में यह भी सामने आया कि कुछ व्यापारियों ने सील तोड़कर जब्त आलू को बेच दिया था. इस पर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है और यह जांच की जा रही है कि सील तोड़ने के बाद कितनी मात्रा में आलू बाजार में बेचे गए. विभागीय टीम ने रिपोर्ट में लिखा है कि इस तरह के रसायन वाले आलू का सेवन लंबे समय तक करने से शरीर में धातु जम सकती है, जिससे गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार, आयरन ऑक्साइड का प्रयोग केवल औद्योगिक चीजों में होता है, खाद्य वस्तुओं पर इसका इस्तेमाल प्रतिबंधित है. वहीं, गृह विज्ञान विभाग के प्रोफेसर भी बताते हैं कि रसायन आलू की ऊपरी परत के अंदर तक पहुंच जाता है, इसलिए छिलका उतारने के बाद भी यह सुरक्षित नहीं हो पाता।
फूड इंस्पेक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि फूड डिपार्मेंट ने गोरखपुर महवा मंडी के सचिव और व्यापारियों से कहा है कि भविष्य में अगर किसी रंगीन या संदिग्ध आलू की खेप मंडी में आती है तो फूड डिपार्मेंट को सूचित किया जाए. विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि किसी भी व्यापारी को इस तरह की गतिविधि में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ केस भी दर्ज किया जाएगा.

