उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. केंद्र सरकार की एक नई योजना के तहत जिले के हर ब्लॉक में पशु जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे. इन केंद्रों से पशुपालकों को गुणवत्तापूर्ण दवाइयां कम कीमत पर मिलेंगी, जिससे इलाज आसान और किफायती हो जाएगा.
आजमगढ़ में पशुपालकों को लंबे समय से महंगी दवाइयों की वजह से पशुओं के इलाज में दिक्कतें झेलनी पड़ती थीं. कई बार दवाइयां उपलब्ध ही नहीं होती थीं, जिससे पशुओं की मौत तक हो जाती थी. नए पशु जन औषधि केंद्र खुलने से अब यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगा. यहां सभी चिकित्सकीय दवाएं न्यूनतम दरों पर उपलब्ध होंगी.
केंद्र सरकार की इस योजना के अनुसार पशु जन औषधि केंद्रों का संचालन उसी मॉडल पर किया जाएगा जिस तरह जन औषधि केंद्र मनुष्यों की दवाइयों के लिए चलाए जाते हैं. आजमगढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 22 ब्लॉकों में एक-एक केंद्र खोले जाएंगे. इन केंद्रों पर नियमित स्टॉक और नियंत्रित मूल्य पर दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.
ऑनलाइन आवेदन से मिलेगी दुकान खोलने की सुविधा इच्छुक लोग पशु जन औषधि केंद्र खोलने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के लिए janaushadhi.dahd.gov.in वेबसाइट निर्धारित की गई है. योजना के तहत पात्र आवेदकों को केंद्र खोलने की अनुमति दी जाएगी और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.
आजमगढ़ में लगभग 8.5 लाख पंजीकृत पशु हैं जिनमें गाय, भैंस, घोड़े, ऊंट और बकरी शामिल हैं. इसके अलावा जिले में 10 लाख से अधिक मुर्गियां भी मौजूद हैं. सही समय पर दवा और उपचार न मिल पाने के कारण हर साल हजारों पशु बीमार पड़ते हैं. पशु जन औषधि केंद्र खुलने से इन सभी पशुओं को बेहतर उपचार मिलेगा और पशुपालकों का आर्थिक नुकसान भी कम होगा।
पशुपालकों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी. पशु जन औषधि केंद्र खुलने से पशुपालकों की सबसे बड़ी परेशानी महंगी और उपलब्ध न होने वाली दवाइयां अब खत्म हो जाएगी. गुणवत्तापूर्ण दवाइयां मिलने से पशुओं की बीमारियों का इलाज समय पर हो सकेगा. इससे पशुपालकों की आय बढ़ेगी और पशुधन की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।

