गोंडा के इस किसान ने तैयार की 9 वैरायटी के केले की नर्सरी, सालाना लाखों की कमाई, आप भी जानें खास तरीका

admin

जाति नहीं, इस वजह से पीटे गए थे कथावाचक... यजमान महिला ने लगाए गंभीर आरोप

Last Updated:June 25, 2025, 08:12 ISTगोंडा के किसान अरुण पटेल ने कहा कि नर्सरी के लिए पौधे बेंगलुरु से मंगवाया गया है. केले के नर्सरी बाराबंकी, अयोध्या बहराइच जिले में बड़े स्तर पर किया जाता है. वहां के किसान के प्लाट पर जाकर मैंने देखा और फिर काफ…और पढ़ेंउत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक किसान ने पहली बार केले की नर्सरी तैयार कर के सालाना लाखों का टर्नओवर कर रहे हैं. पहले पारंपरिक खेती करते थे. लेकिन, पारंपरिक खेती में लागत अधिक लगता था और मुनाफा कम होता था. फिर मैंने सोचा क्यों ना कुछ ऐसा किया जाए. जिसमें लागत कम लगे और मुनाफा अधिक हो फिर मैं केले की नर्सरी की शुरुआत की.प्रगतिशील किसान ने लोकल 18 से कहा कि बताते है कि परंपरागत खेती छोड़कर केले की नर्सरी शुरू की. वे टिशू कल्चर तकनीक से केले के पौधे तैयार कर रहे हैं. जो बीमारी रहित और ज्यादा उत्पादन देने वाले होते हैं.

क्या है क्वालिफिकेशनअरुण पटेल बताते हैं कि एग्रोनॉमी से एमएससी एजी की पढ़ाई की है. उसके बाद एक निजी कंपनी में जॉब करते थे. कुछ ऐसी परिस्थितियों आई कि उनको घर वापस आना पड़ा. फिर उन्होंने घर पर आकर खेती किसानी शुरू की. इस समय वह टेक्निकल खेती में केले की नर्सरी तैयार कर रहे हैं.

केले के नर्सरी का कहां से आया आइडिया
अरुण पटेल बताते हैं कि केले की खेती करते थे. हमको पौधा लगाना पड़ता था. कभी-कभी ऐसा होता था कि काफी पौधे ग्रोथ नहीं कर पाते थे. हमारा काफी नुकसान होता था फिर हमने सोचा क्यों ना नर्सरी ही लगाया जाए फिर हमने पहले ग्रीन हाउस तैयार किया उसके बाद केले की नर्सरी की शुरुआत.अरुण पटेल बताते हैं कि जी 9 वैरायटी के केले की नर्सरी कर रहे हैं यह वैरायटी गोंडा में काफी अच्छे से सरवाइव कर रहा है.

कहां से मंगवा पौधाअरुण पटेल बताते हैं कि नर्सरी के लिए पौधे बेंगलुरु से मंगवाया गया है. केले के नर्सरी बाराबंकी, अयोध्या बहराइच जिले में बड़े स्तर पर किया जाता है. वहां के किसान के प्लाट पर जाकर मैंने देखा और फिर काफी रिसर्च के उसके बाद गोंडा में भी केले के नर्सरी की शुरुआत की. गोंडा में विगत 15 साल से किले की अच्छी खेती हो रही है. फिर मैंने सोचा कि केले की नर्सरी डाल दिया जाए. क्योंकि यहां पर किसान बड़े स्तर पर केले की खेती कर रहे हैं जिससे हमारा अच्छा लाभ होगा.

कितने लोग को दे रहे हैं रोजगारअरुण पटेल बताते हैं कि लगभग 9 से 10 लोगों को रोजगार दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमारे नर्सरी पर लगभग 40 से 45 हजार पौधे तैयार हैं.अरुण पटेल बताते हैं कि ग्रीन हाउस से लेकर नर्सरी तक का लागत 4 से 5 लख रुपए का लग चुका है. अरुण पटेल बताते हैं कि 7 से 8 लाख रुपए का टर्नओवर होगा.Location :Gonda,Uttar Pradeshhomeagricultureइस किसान ने तैयार की 9 वैरायटी के केले की नर्सरी, सालाना लाखों की कमाई,

Source link