उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक युवक ने मेहनत और लगन से खेती को अपना करियर बना लिया है. यह युवक आज गोभी की खेती से लाखों रुपये की आमदनी कर रहा है. पहले यह युवक नौकरी की तलाश में भटकता था, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो उसने खेती करने का फैसला किया.
उसने गांव की जमीन पर गोभी की खेती शुरू की. परिवार वालों को संदेह था, लेकिन आज उसी खेती से घर की आर्थिक स्थिति काफी बेहतर हो गई है. युवक सुशील निषाद का कहना है कि गोभी की खेती में बहुत ज्यादा खर्च नहीं आता है. बस मिट्टी की तैयारी, अच्छे बीज का चुनाव और समय-समय पर सिंचाई और जैविक खाद का ध्यान रखना जरूरी होता है. इससे फसल अच्छी होती है और कीटों का असर भी कम पड़ता है.
आधे एकड़ में कर रहे हैं खेती
किसान सुशील निषाद बताते हैं कि 6 एकड़ में लगभग 20 हजार रुपए की लागत लगी है. आधे एकड़ जमीन में गोभी की खेती कर रहे हैं. इस पर उनकी कुल 20 हजार रुपये की लागत आई थी. इसमें बीज, खाद, मजदूरी और सिंचाई का खर्च शामिल है. उन्होंने गोभी को स्थानीय बाजार में बेचा है. जिससे उन्हें लगभग एक लाख रुपये तक की आमदनी हुई.
गोभी की खेती में जैविक दवाओं का उपयोग
गोभी की खेती में सबसे अहम है समय पर रोपाई और देखभाल है. अगर फसल में कीट लग जाएं, तो उसका तुरंत उपचार करना चाहिए. वे अधिकतर नीम का घोल और जैविक दवाओं का उपयोग करते हैं, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता भी बनी रहती है. अब गांव के कई अन्य किसान भी उनसे खेती के तरीके सीख रहे हैं. सुशील का सपना है कि आने वाले समय में वे अपनी खेती को और बढ़ाएं और अन्य सब्जियों जैसे पत्ता गोभी, टमाटर और मटर की भी खेती करें.
अगर युवा मेहनत और लगन से काम करें तो खेती में भी बहुत अच्छा भविष्य है. यह न सिर्फ आमदनी का जरिया है बल्कि आत्मनिर्भर बनने का रास्ता भी है.