Last Updated:August 24, 2025, 21:33 ISTAyodhya News: गमगीन माहौल और नम आंखों के बीच अयोध्या के राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र को अंतिम विदाई दी गई. राजसदन से बैकुंठ मंडप तक निकली अंतिम यात्रा में हर आंख भर आई. सरयू घाट पर उनका अंतिम संस्कार गया. प्रदेश के मंत्री, बड़े नेता और हजारों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. गमगीन माहौल…नम आंखें…और सन्नाटा राजा अयोध्या की अंतिम यात्रा जब राज सदन से बैकुंठ मंडप के लिए निकली, तो हर आंख नम थी. अयोध्या वासियों ने अपने राजा को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी. प्रदेश भर से लोग श्रद्धांजलि देने अयोध्या पहुंचे हैं. कृषि मंत्री और अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही और खाद एवं रसद मंत्री सतीश शर्मा ने पहुंचकर राजा साहब के अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी दुख जताया है. अयोध्या पहुंचे प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र का निधन एक अपूर्णीय क्षति है…अयोध्या के इतिहास का एक अध्याय समाप्त हुआ है. खाद एवं रसद मंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र राम मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य और पूरे अयोध्या के अभिभावक रहे राजा साहब का जाना अत्यंत दुःखद है. उनका स्थान कोई नहीं ले सकता. राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र के निधन से न केवल अयोध्या, बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश शोक में है. सभी उत्तर प्रदेशवासियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. सरयू घाट पर पंचतत्व में विलीन हुए राजा अयोध्या व राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र को उनके बेटे यतींद्र मिश्र ने मुखाग्नि दी. उनका अंतिम संस्कार बैकुंठ धाम में किया गया. जहां गमगीन माहौल में अयोध्या वासियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी.First Published :August 24, 2025, 21:33 ISThomeuttar-pradeshगमगीन माहौल, नम आंखें…पंचतत्व में विलीन हुए रामनगरी के सच्चे सेवक