जौनपुर: बदलते पर्यावरण और लगातार बढ़ते प्रदूषण के बीच अगर कोई प्राकृतिक तरीका आपके घर की हवा को शुद्ध कर दे, तो यह किसी वरदान से कम नहीं होगा. ऐसा ही एक चमत्कारी पौधा है स्पाइडर प्लांट, जिसे ‘ग्रीन एयर प्यूरीफायर’ भी कहा जाता है. कृषि विभाग के उप परियोजना निदेशक (आत्मा) डॉ. रमेश चंद्र यादव ने इसकी उपयोगिता और महत्व को लेकर जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह पौधा मात्र 24 घंटे में घर की हवा को 95 प्रतिशत तक शुद्ध करने की क्षमता रखता है. इसकी खूबसूरती घर की शोभा बढ़ाती है, वहीं इसके फायदे स्वास्थ्य के लिए भी अनमोल हैं.
डॉ. यादव के मुताबिक, स्पाइडर प्लांट को उगाना बेहद आसान है. इसे बीज से नहीं, बल्कि केवल कटिंग यानी पत्तियों की छोटी शाखाओं के माध्यम से भी उगाया जा सकता है. यह पौधा कम देखभाल में भी तेजी से विकसित होता है और गर्मियों से लेकर सर्दियों तक सभी मौसम में जीवित रह सकता है. इसके लिए न अधिक धूप की जरूरत है, न ही महंगे खाद या पानी की. यह एक ऐसा इंडोर प्लांट है, जो हर घर, स्कूल, ऑफिस और अस्पताल में होना चाहिए.
स्पाइडर प्लांट हवा में मौजूद हानिकारक गैसें जैसे फॉर्मल्डिहाइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और बेंजीन को अवशोषित कर लेता है. इससे श्वास संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है और घर के अंदर की वायु गुणवत्ता में जबरदस्त सुधार आता है. यह पौधा खासकर बच्चों, बुजुर्गों और दमा के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है. एक और खास बात यह है कि स्पाइडर प्लांट न सिर्फ हवा को साफ करता है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है. यह पौधा तनाव को कम करने में भी सहायक होता है, क्योंकि हरा रंग आंखों को सुकून देता है और घर के वातावरण को सकारात्मक बनाता है.
डॉ. रमेश चंद्र यादव ने लोगों से अपील की कि वे इस पौधे को अपनाएं और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें. अगर हर घर में कम से कम एक स्पाइडर प्लांट हो, तो हम अपने आसपास की हवा को काफी हद तक स्वच्छ बना सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस पौधे को छोटे गमले में या टंगे हुए बर्तनों में भी आसानी से रखा जा सकता है. इस समय जब बड़ी-बड़ी मशीनें और एयर प्यूरीफायर महंगे दामों पर बिक रहे हैं. ऐसे में स्पाइडर प्लांट एक सस्ता, टिकाऊ और प्राकृतिक विकल्प के रूप में सामने आया है. पर्यावरण प्रेमियों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है.
स्पाइडर प्लांट न केवल एक सजावटी पौधा है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य, वातावरण और मानसिक स्थिति के लिए भी लाभकारी है. अब वक्त है कि हम इस छोटे से हरे सिपाही को अपने घरों का हिस्सा बनाएं और एक स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं.