Last Updated:June 29, 2025, 22:10 ISTHow to get rid of termites : ये पौधा जितनी तेजी से बढ़ता है, उतनी ही तेजी से खेतों से दीमक खत्म होती है. दीमकग्रस्त इलाकों और दीमक से परेशान किसानों के लिए ये पौधा वरदान साबित हो रहा है.सहारनपुर. खरपतवार, कीड़े और दीमक किसानों को परेशान करते रहे हैं. सहारनपुर जनपद की मिट्टी भी काफी उपजाऊ है. यहां सब्जियों समेत कई तरह के फलों की खेती की जाती है. लेकिन सहारनपुर का कुछ क्षेत्र दीमक से काफी प्रभावित हैं, जिस कारण वहां का किसान फसल लगाने से पहले 100 बार सोचता है. अक्सर फसल लगाने के बाद उसे हाथ लगती है सिर्फ निराश. क्योंकि दीमक कुछ ही दिनों में पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं. दीमक वाले क्षेत्रों और दीमक से परेशान किसानों के लिए अब यह एक पौधा वरदान साबित हो रहा है. इसे ‘दीमक का पेड़’ भी कहा जाता है.घरों तक पहुंच गईं
दीमक के इस पौधा को “रामसर” भी कहते हैं. इसके एक पौधा से ही सैकड़ों पौधा आसानी से तैयार हो जाते हैं. पौधा बहुत तेजी से बढ़ते हैं. खाद, पानी की जरूरत भी नहीं पड़ती. जितनी तेजी से पौधा बढ़ता है, उतनी ही तेजी से खेत से दीमक खत्म होती है. पौधा के आसपास 50 मीटर तक दीमक दिखाई नही देती. प्रगतिशील किसान राजेंद्र अटल लोकल 18 से बताते हैं कि सहारनपुर जनपद के कई क्षेत्र दीमकग्रस्त हैं. कभी हमारे खेतों में भी भारी दीमक हुआ करती थी. फसलें 15 दिन में ही चट हो जाती थीं. लोगों से सुझाव लेते-लेते हम थक चुके थे. यहां तक की खेतों से दीमक हमारे घरों में आ धमकी थीं.
राजेंद्र अटल कहते हैं कि फिर किसी से उन्हें दीमक रोधी पौधा मिला. उस पौधे को उन्होंने अपने खेतों में लगाया. लगाते ही दीमक खत्म होती दिखाई दी. इसके बाद हर 50 फीट की दूरी पर दीमक का पर एक पेड़ लगाया गया. आज उनके पूरे खेत से दीमक खत्म हो चुकी है. माना जाता है कि दीमक के पेड़ की गंध या तरंगे ऐसी है जिससे उसके आसपास दीमक नहीं आती है. दीमक का पेड़ देखने में सरकंडे जैसी झाड़ी की तरह लगता है. जितनी तेजी से यह पौधा बढ़ता है उतनी ही तेजी से खेत से दीमक खत्म होती है.Location :Saharanpur,Uttar Pradeshhomeagricultureये पेड़ शहद की तरह जमीन से चाट जाता है दीमक, जितना बढ़ेगा, उतना मारक