उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर लखनऊ जेल में हमले के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कहीं भी, कोई सुरक्षित नहीं है. उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग उठाई है.
लखनऊ जेल में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर हमला लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की जेल में बंद समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर मंगलवार को एक अन्य कैदी ने सिर पर कई वार कर दिए. इस हमले में उन्हें गंभीर चोटें आईं. जेल प्रशासन ने तुरंत प्राथमिक उपचार शुरू किया और उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है. इस घटना ने जेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने लिखा, “भूतपूर्व विधायक व यूपी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए जानलेवा हमले की निष्पक्ष न्यायिक जांच हो. उत्तर प्रदेश में कहीं भी, कोई भी सुरक्षित नहीं है.” अखिलेश ने कहा कि यह हमला न सिर्फ गायत्री पर, बल्कि पूरे राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाता है. उन्होंने मांग की कि मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों को सजा मिले. वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चिंता जताई. उन्होंने लिखा, “जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर हमले की खबर चिंताजनक है. जेल प्रशासन पूर्व मंत्री को समुचित इलाज उपलब्ध करवाए.” चांद ने कहा कि जेलों में कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है और इस लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कैसे हुआ हमला? हमले की घटना जेल के एक बैरक में हुई. बताया जा रहा है कि सफाई के दौरान एक कैदी से गायत्री प्रजापति की बहस शुरू हो गई. जिसके बाद गुस्से में आए हमलावर कैदी ने पास पड़ी कैंची उठा ली और गायत्री प्रजापति के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए. जेल के अन्य कैदी और गार्डों के शोर मचाने पर हमलावर को पकड़ लिया. जेल अधीक्षक ने कहा कि आरोपी कैदी से सख्ती से पूछताछ की जा रही है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
अखिलेश सरकार में मंत्री रहे हैं गायत्री प्रजापति गायत्री प्रसाद प्रजापति अखिलेश यादव सरकार में परिवहन, खनन और सिचाई मंत्री रह चुके हैं. वे 2017 से एक दुष्कर्म मामले में जेल की सलाखों के पीछे हैं. समाजवादी पार्टी ने इस हमले को साजिश करार देते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी का कहना है कि पिछले नौ सालों से गायत्री पर फर्जी मुकदमों के जरिए दबाव बनाया जा रहा था और अब उनकी जान को खतरा पैदा कर दिया गया है.

