ग्रेटर नोएडा में स्वच्छता की दिशा में बड़ा कदम; बाजारों में अब रात में भी होगा कूड़ा संग्रहण
ग्रेटर नोएडा में स्वच्छ, सुंदर और आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से प्राधिकरण ने एक नई पहल की शुरुआत की है. सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने पहली बार रात के समय कूड़ा संग्रहण व्यवस्था लागू की है. इसकी शुरुआत शहर के सबसे व्यस्त जगत फार्म मार्केट से की गई है. जिससे बाजारों की सफाई व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा.
अब नोएडा में बाजारों से कूड़ा केवल दिन में नहीं बल्कि रात में भी उठाया जाएगा. अब तक शाम और रात में बाजार बंद होने के बाद कूड़ा जमा रह जाता था जिससे गंदगी. बदबू और मक्खियों की समस्या बढ़ती थी. इन चुनौतियों को देखते हुए प्राधिकरण ने रात्रिकालीन कूड़ा संग्रहण शुरू किया है. सफाई कर्मी और गार्बेज कलेक्शन वाहन रात में पहुंचकर दुकानदारों से ही कूड़ा एकत्र करेंगे.
जगत फार्म मार्केट से हुई अभियान की शुरुआत
इस व्यवस्था की शुरुआत जगत फार्म मार्केट से की गई जो ग्रेटर नोएडा का सबसे व्यस्त व्यापारिक क्षेत्र है. स्वास्थ्य विभाग की टीम, मार्केट एसोसिएशन और दुकानदारों ने अभियान में सक्रिय सहयोग दिया. टीम ने दुकानदारों को डस्टबिन रखने, सड़क पर कचरा न फेंकने और रात में आने वाली गाड़ी को ही कूड़ा देने के लिए जागरूक किया.
मार्केट एसोसिएशन और दुकानदारों ने किया स्वागत
अभियान के दौरान मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज गर्ग, उपाध्यक्ष डॉ. सुकेन्द्र यादव, अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह सहित कई व्यापारी प्रतिनिधि मौजूद रहे. सभी ने प्राधिकरण की पहल का स्वागत किया और इसे स्वच्छता की दिशा में बड़ा कदम बताया. दुकानदारों ने भी मार्केट को साफ रखने के लिए पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया.
प्राधिकरण ने नागरिकों से सहयोग की अपील
प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. ने शहरवासियों से अपील की कि वे कूड़ा हमेशा डस्टबिन में डालें और सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि स्वच्छ शहर का सपना तभी पूरा होगा जब नागरिक अपनी जिम्मेदारी को समझें और सफाई व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाएं.
स्वास्थ्य विभाग की टीम रही सक्रिय
अभियान में सहायक प्रबंधक गौरव बघेल, स्वास्थ्य निरीक्षक राकेश पाल और सुपरवाइजर ईश्वर नागर, पंकज शर्मा, नवीन शुक्ला सहित पूरी टीम मौजूद रही. प्राधिकरण का मानना है कि यदि यह नई व्यवस्था सफल रहती है, तो इसे ग्रेटर नोएडा के सभी प्रमुख बाजारों में लागू किया जाएगा.

