गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 6 आधुनिक प्राइवेट वार्ड शुरू होंगे, जिनका किराया सिर्फ 500 रुपये प्रतिदिन होगा. गाजियाबाद: क्या सरकारी अस्पताल में भी प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधाएं मिल सकती हैं? यह सवाल अब गाजियाबाद के लोगों के लिए हकीकत बन रहा है. जिला एमएमजी अस्पताल में मरीजों के लिए आधुनिक प्राइवेट वार्ड तैयार किए गए हैं, जहां एसी, हाइड्रोलिक बेड, अटैच वॉशरूम और मॉनिटर जैसी तमाम सुविधाएं मिलेंगी. खास बात यह है कि इनका खर्च सिर्फ 500 रुपये प्रतिदिन होगा. इसमें मरीज को खाना भी उपलब्ध कराया जाएगा. दिल्ली-एनसीआर में स्वास्थ्य सेवाएं पिछले कुछ वर्षों में जरूर बेहतर हुई हैं, लेकिन इलाज का खर्च लगातार आम आदमी की जेब से बाहर होता जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में प्राइवेट वार्ड का किराया 15 से 20 हजार रुपये तक पहुंच गया है. ऐसे में मध्यम वर्ग और सामान्य परिवार के लिए बड़े अस्पतालों का खर्च उठाना बहुत मुश्किल हो गया है. यही वजह है कि एमएमजी अस्पताल का यह कदम आम लोगों को बड़ी राहत देने वाला साबित होगा.
17 सितंबर को होगा शुभारंभ
अस्पताल प्रशासन ने शुरुआत में 6 प्राइवेट वार्ड तैयार किए हैं. इनका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को किया जाएगा. ये कमरे 2 मंजिला इमारत में बनाए गए हैं. तीन कमरे ऊपर और तीन कमरे नीचे होंगे. हर कमरे में हाइड्रोलिक बेड, मॉनिटर, एसी, वॉटर डिस्पेंसर, मिनी किचन और मरीज के अटेंडेंट के लिए छोटा बेड दिया गया है. इसके अलावा हर कमरे में अटैच वॉशरूम भी बनाया गया है, ताकि मरीज और उनके परिजन को कोई असुविधा न हो.
मरीजों की जेब पर हल्का बोझ
एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर यह सुविधा सरकारी अस्पताल में पहली बार दी जा रही है. उनका कहना है कि 500 रुपये प्रतिदिन के किराए में प्राइवेट रूम देना और उसमें मरीज को खाना उपलब्ध कराना निश्चित ही लोगों के लिए बड़ी राहत है. निजी अस्पतालों में यह सुविधा हजारों रुपये खर्च किए बिना मिलना नामुमकिन है. उन्होंने कहा कि भविष्य में और भी प्राइवेट रूम तैयार किए जाएंगे ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
जिले का सबसे बड़ा अस्पताल
एमएमजी अस्पताल पहले से ही जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. यहां रोजाना 2500 से 3000 मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंचते हैं. अब तक मरीजों को गंभीर स्थिति में आईसीयू या प्राइवेट वार्ड की कमी के कारण प्राइवेट अस्पतालों की ओर जाना पड़ता था, लेकिन अब आईसीयू की व्यवस्था और नए प्राइवेट वार्ड से यह दिक्कत काफी हद तक कम हो जाएगी. अस्पताल प्रशासन का दावा है कि भविष्य में और भी प्राइवेट रूम तैयार किए जाएंगे.
लोगों को मिलेगी राहत
गाजियाबाद जैसे बड़े शहर में जहां इलाज का खर्च आम आदमी की जेब पर भारी पड़ता है. वहां एमएमजी अस्पताल की यह पहल राहत की सांस देने वाली है. अब मरीज और उनके परिजन बिना ज्यादा खर्च किए सरकारी अस्पताल में ही आधुनिक और आरामदायक सुविधा का लाभ ले सकेंगे. सरकारी अस्पतालों को लेकर आमतौर पर यह धारणा रही है कि यहां सुविधाओं की कमी रहती है, लेकिन एमएमजी अस्पताल की यह पहल उस सोच को बदलने वाली है. यह न सिर्फ मरीजों के इलाज को आसान बनाएगी, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों का भरोसा भी और मजबूत करेगी.