उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका पर सवाल उठाते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर करारा प्रहार किया है. उन्होंने धनतेरस और दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि यह सरकार फुस्स फुलझड़ी सरकार है, जिससे बिजली की उम्मीद मत रखिए.
अखिलेश यादव ने कहा कि आज प्रदेश की हालत ऐसी है कि लखनऊ में जगह-जगह जाम लग रहा है, और फिर भी इसे स्मार्ट सिटी कहा जा रहा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिसने लखनऊ को तीसरी सबसे स्मार्ट सिटी का अवॉर्ड दिया है, उस पर एफआईआर होनी चाहिए.
अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्टार प्रचारक नहीं, बल्कि स्टार विभाजक बन गए हैं. उन्होंने एनडीए सरकार पर समाज को बांटने का आरोप लगाया और कहा कि एनडीए के लोग नेगेटिव सोच रखते हैं, नफरत की राजनीति करते हैं और देश के एक वर्ग के नागरिकों को बहिष्कृत करने की बात करते हैं।
अखिलेश यादव ने अयोध्या में कथित भ्रष्टाचार और अवैध निर्माणों को लेकर भी योगी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, अयोध्या में अरबों का घोटाला हुआ है. सबसे ज्यादा इलीगल कंस्ट्रक्शन बीजेपी के लोग करवा रहे हैं. सरकार का सबसे घटिया काम यह है कि वह महाकुंभ में जमीन अधिग्रहण के बाद मुआवजा नहीं देना चाहती. सरकार का दिल बहुत छोटा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी का लक्ष्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं बल्कि न्याय और सामाजिक समानता की स्थापना करना है. उन्होंने कहा कि संस्थाओं में भेदभाव का झगड़ा सदियों पुराना है, लेकिन हमारा संघर्ष यह सुनिश्चित करने के लिए है कि अब किसी संस्था में अन्याय या पक्षपात न हो.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जब उनकी सरकार बनेगी, तो अयोध्या में सच्चे अर्थों में रोशनी होगी. ऐसी रोशनी जो सबके जीवन में समान अवसर और सम्मान लेकर आएगी.