Millets Benefits: बाजरा लंबे समय से पक्षियों और जानवरों के लिए चारे के रूप में उपयोग किया जाता रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में किए गए कई रिसर्च के बाद, इसके स्वास्थ्य लाभ और पोषण मूल्य के बारे में सबको पता चला है. इसके बाद से लोगों ने बाजरा को अपने आहार में भी शामिल करना शुरू कर दिया है, आइए जानें बाजरा से क्या स्वास्थ्य लाभ होते हैं और इसे पकाने का सही तरीका क्या है.
बाजरा क्या है और इसके स्वास्थ्य लाभ क्या हैं?बाजरा छोटे बीज वाली घास और अनाज की फसलें हैं, जिनका ज्यादातर उपयोग कई अफ्रीकी और एशियाई देशों में किया जाता है. भारत में, हमारे पास बाजरा की रोटी, बाजरे की खिचड़ी, रागी पनियारम, बाजरा दलिया आदि जैसे कई प्रसिद्ध बाजरा के व्यंजन हैं. बाजरा ग्लूटेन फ्री होता है, जो उन्हें वजन घटाने के लिए बहुत अच्छा बनाते हैं. ग्लूटेन फ्री होने के कारण डायबिटीज के मरीजों में भी इसकी मांग बढ़ी है. रिसर्च से पता चला है कि बाजरे की डाइट फाइबर से भरपूर होती है. इसमें मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम, जिंक और पोटेशियम जैसे मिनरल्स की उच्च मात्रा होती है, जो विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है.
बाजरा के स्वास्थ्य लाभ
बाजरा पर्याप्त पोषण प्रदान करता है, जिससे बीमारियां नियंत्रण में रखती है
हृदय की सेहत में सुधार करता है बाजरा
बाजरा प्रभावी रूप से ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है
एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होता है
बाजरा शरीर में शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करता है.
बाजरा से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं ठीक होती हैं और शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन होता है
बाजरे को कैसे पकाएं?बाजरे को एक बाउल में निकालें और 2-3 बार पानी से अच्छी तरह धो लीजिए. धोते समय उन्हें दोनों हाथों के बीच रगड़कर साफ करें. अब बाजरे को 3-6 घंटे के लिए पानी में भिगोने के लिए रख दें. हालांकि कुछ बार्नयार्ड बाजरा को 30 मिनट अधिक भिगोने की जरूरत नहीं है. इसके बाद एक पैन या प्रेशर कुकर लें और मीडियम आंच पर गर्म करें. गरम होने पर बाजरे से 3 गुना पानी और थोड़ा नमक डाल दें. एक बार जब बाजरा लगभग सारा पानी सोख ले और थोड़ा सा ही बचा हो, तो पैन को ढक दें और धीमी आंच पर बाजरा को नरम और फूलने तक पकाएं. एक बार हो जाने के बाद, गैस बंद कर दें ठंडा होने के बाद बाजरे की अपनी पसंद की कोई भी रेसिपी बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करें.
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.
Uttarakhand youth on study visa forced to serve Russian Army, martyred; body repatriated
DEHRADUN: The body of 30-year-old Rakesh Kumar has been repatriated, his mortal remains arriving at his ancestral village…
