Last Updated:August 05, 2025, 13:21 ISTGhar par barf se shivling banana sahi ya galat: सावन के महीने में सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड चल रहा है. महिलाएं फ्रिज में जमी बर्फ से शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा कर रही हैं. जाने माने वास्तुविद दुर्गेश तारे ने इसे गल…और पढ़ेंफ्रिज में बर्फ जमाकर शिवलिंग बनाना है गलत, क्या बोले विशेषज्ञ जानें. हाइलाइट्समहिलाएं फ्रिज में बर्फ से शिवलिंग बना रही हैं.वास्तुविद दुर्गेश तारे ने इसे गलत बताया.शिवलिंग का पिघलना पूजा करने वाले के लिए ठीक नहीं.Shivling making with ice is right or wrong: जब से सावन का महीना शुरू हुआ है सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड काफी वायरल हो रहा है. महिलाएं भोलेनाथ की पूजा के लिए मंदिरों में न जाकर घर पर ही फ्रिज में बर्फ जमाकर शिवलिंग बनाती हैं और फिर उसकी धूप, दीप, बेलपत्र से पूजा-अर्चना करती हैं. यह ट्रेंड इतना ज्यादा पॉपुलर हो गया है कि इसकी हजारों रील्स फेसबुक और इंस्टाग्राम पर देखने को मिल सकती हैं, वहीं यू-ट्यूब पर बाकायदा घर में बर्फानी बाबा यानि बर्फ से शिवलिंग बनाने के तरीके बताने वाली वीडियोज चल रही हैं. हालांकि वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य की मानें तो तरीका गलत है और इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए.
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फ्रिज में बर्फ जमाकर शिवलिंग बनाने को लेकर उज्जैन के जाने-माने वास्तुविद और ज्योतिषाचार्य दुर्गेश तारे कहते हैं कि महादेव के हिम (बर्फ) के शिवलिंग बनाने का सामान्य रूप से कोई प्रमाण नही मिलता. जबकि अमरनाथ में बर्फानी धाम एक प्राकृतिक संरचना है, जहां स्वत: शिवलिंग बनता है. देखा जा रहा है कि यूट्यूब पर अपने फॉलोवर बढ़ाने के लिए वीडियो बनाने का आजकल ट्रेंड है, इसी चलन में फ्रिज में बर्फ जमाकर शिवलिंग बनाने के तरीके सिखाए जा रहे हैं और इसे अमरनाथ के बाबा बर्फानी से जोड़ा जा रहा है. कुछ लोग कई रंगों की बर्फ जमाकर रंगीन शिवलिंग भी बना रहे हैं.
यूट्यूब पर घर के फ्रिज में बर्फ जमाकर शिवलिंग बनाने के तरीके सिखा रहे लोग.
तारे कहते हैं कि शास्त्रों में ऐसे मनचाहे प्रयोग करने का कोई प्रमाण नहीं है. कलो पार्थिव सिद्धिद. यह कथन मिलता है. यानि कलयुग में पार्थिवेश्वर अर्थात मिट्टी के शिवलिंग का प्रमाण मिलता है. ध्यान रखने वाली बात है कि हमें सनातन के संरक्षण के लिए ऐसे मनघड़न्त प्रयोगों के प्रचार प्रसार से बचना चाहिए. कुछ लोग कहते हैं कि अगर पूजा करनी है और शिवलिंग पास नहीं है तो अंगूठे को भी शिवलिंग मानकर जल अर्पित कर सकते हैं, हालांकि तारे कहते हैं कि इस बात का भी कोई शास्त्रीय प्रमाण नहीं है.
ये होता है नुकसान दुर्गेश तारे कहते हैं कि शास्त्रों में धातु और पाषाण यानि पत्थर के शिवलिंग की पूजा का विधान मिलता है. शिव लिंग का छरण आयु को कम करता है. ऐसे में जो लोग अपने घरों में बर्फ से शिवलिंग बना रहे हैं और उसकी पूर्जा अर्चना कर रहे हैं, वही शिवलिंग धीरे-धीरे पिघलने लगता है, लिहाजा यह पूजा करने वाले के लिए ठीक नहीं है. शिवलिंग का घटते जाना शास्त्रीय और वास्तु दोनों ही द्रष्टि से गलत है.
लोगों को समझना चाहिए कि वे ऐसा करके सकारात्मक और भगवद्प्रेम प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि उनके ऐसा करने का परिणाम नकारात्मक भी हो सकता है. लिहाजा सोशल मीडिया पर चल रहे किसी भी वायरल ट्रेंड को अपनाने से पहले सोच-विचार करना चाहिए.प्रिया गौतमSenior Correspondentअमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ और रियल एस…और पढ़ेंअमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ और रियल एस… और पढ़ेंLocation :Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar PradeshFirst Published :August 05, 2025, 13:21 ISThomedharmफ्रिज में जमी बर्फ से शिवलिंग बना पूज रहीं महिलाएं, वास्तुविद् बोले- बहुत गलत!