Headache Warning Signs: दिनभर का काम और ऑफिस की टेंशन अक्सर सिर दर्द का कारण बनता है. हर किसी को कभी-कभार सिरदर्द होता है, इसके पीछे की वजहें अलग-अलग हो सकती हैं. लेकिन अगर सिरदर्द हर दिन हो रहा है, खासकर बिना किसी साफ कारण के तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. यह सिर्फ माइग्रेन या सामान्य तनाव नहीं, बल्कि किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है जैसे कि ब्रेन ट्यूमर. आइए जानते हैं कि हर दिन होने वाला सिरदर्द कब चिंता का कारण बनता है, इसके संभावित कारण क्या हैं, और कैसे यह ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर स्थिति की शुरुआती चेतावनी हो सकता है.
एक हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार हर साल भारत में 40 हजार से ज्यादा ब्रेन ट्यूमर के मामले सामने आते हैं, लेकिन लोगों को इस बीमारी के बारे में तब तक पता नहीं चलता, जबतक दिकक्त न बढ़ जाए. इसलिए जरूरी है कि हम सिरदर्द और ब्रेन हेल्थ को हल्के में न लें और समय पर इलाज कराएं, जिससे बड़ी समस्या से बच सकें.
सिरदर्द का कारण सिर्फ थकान नहींदिनभर की थकान के बाद सिर में हल्का दर्द होना आम बात है. लोग इसको थकान या नींद की कमी न समझकर इग्नोर कर देते हैं. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक कई लोग महीनों से सिरदर्द झेल रहे होते हैं. इसके पीछे का कारण दूसरा होता है. और जब वे अस्पताल जाते हैं, तब तक ट्यूमर इतना बढ़ चुका होता है कि इलाज मुश्किल और लंबा हो जाता है. अगर सिरदर्द सामान्य नहीं है, ज्यादा तेज हो रहा है या हर दिन तेज हो रहा है, तो इसे बिलकुल भी इग्नोर न करें.
ये लक्षण दिखें तो अलर्ट हो जाइए सावधानयह बात बिलकुल सही है कि हर सिरदर्द ट्यूमर नहीं होता है. लेकिन कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए. जैसे
सोते समय सिर दर्द होना और नींद खुल जानासुबह उठते ही तेज सिर दर्द होना और समय के साथ बढ़ता जाएसिर दर्द के कारण ठीक से दिखाई न देनाउल्टी के साथ सिरदर्द होनाबोलने में समस्या या फिर याददाश्त कमजोर होना
बीमारी को नहीं करना चाहिए इग्नोर
महिलाएं और बुज़ुर्ग अक्सर ही अपने सेहत पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. सिरदर्द, थकान, चक्कर जैसी समस्या को वो कमजोरी या उम्र का कारण मानकर इग्नोर कर देते हैं. लेकिन अगर इनमें से कुछ लक्षण दिखाई दे तो तुरंत सावधान हो जाना चाहिए. अगर परिवार के सदस्य शुरू से सतर्क रहें और लक्षणों को पहचानें, तो ट्यूमर का खतरा बढ़ने से पहले ही रोका जा सकता है.
ब्रेन की भी करानी चाहिए जांच जैसे हम समय समय पर ब्लड शुगर या बीपी की जांच कराते रहते हैं, वैसे ही दिमाग की सेहत पर भी ध्यान देना चाहिए. बच्चों से लेकर बुज़ुर्ग तक सभी को यह पता होना चाहिए कि सिरदर्द सिर्फ एक दर्द नहीं, कभी-कभी ये शरीर का अलार्म भी हो सकता है.
इस बात का रखें ध्यानजब अगली बार कोई सिरदर्द की बात करे तो झट से पेनकिलर देने की बजाय समझदारी दिखाइए. अब वक्त आ गया है सोच बदलने का. अगर कोई कहे कि कई दिनों से सिर भारी लग रहा है, तो उसे बस आराम करने या गोली खाने की सलाह मत दीजिए. उससे ठीक से पूछिए, दर्द कब से हो रहा है? कैसा लगता है? लगातार रहता है या बीच-बीच में? और अगर जरूरत लगे, तो जांच करवाने की भी सलाह दीजिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.