फिरोजाबाद के टीबी अस्पताल को है इलाज की जरूरत, बिल्डिंग दे रही अनहोनी को न्योता
फिरोजाबाद में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद यहां करोड़ों रुपए की लागत से नई बिल्डिंग बनाई गई है, लेकिन यहां के टीबी अस्पताल को अब इलाज की जरूरत है. यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की बात होती है, लेकिन टीबी अस्पताल की हालत बेहद खराब है. यहां की बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी है और इसी बिल्डिंग में मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इससे यहां आने वाले मरीजों को भी काफी दिक्कत हो रही है. इसके अलावा यहां काम करने वाले कर्मचारी और डॉक्टर भी जर्जर बिल्डिंग में बैठकर मरीजों को देख रहे हैं.
फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थित टीबी अस्पताल की ग्राउंड रिपोर्ट बनाने के लिए लोकल टीम पहुंची और वहां मौजूद मरीजों से बातचीत की. इस दौरान दवा लेने आए मरीजों ने बताया कि यह बिल्डिंग लगभग 62 साल पुरानी है और यहां टीबी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं ज्यादा अच्छी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यहां की बिल्डिंग इतनी जर्जर हो चुकी है कि दीवारों में दरारें आ चुकी हैं.
अस्पताल के अंदर के स्टोर रूम में भी दीवारों से प्लास्टर नीचे गिरता है, जिससे कई बार यहां काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी भी घायल हो जाते हैं. इसके अलावा एक महिला ने कहा कि यहां बारिश होने के बाद कमरों की छतों से पानी टपकता है, जिससे अंदर काफी सीलन बनी रहती है. यहां आने वाले मरीजों को भी काफी दिक्कतें होती हैं.
बढ़ सकता है इन्फेक्शन का खतरा
अस्पताल में दवा लेने आए एक व्यक्ति ने बताया कि यहां काफी दूर-दूर से टीबी की बीमारी का इलाज कराने के लिए लोग आते हैं. लेकिन इस पुरानी बिल्डिंग में अंदर काफी ज्यादा सीलन बनी हुई है, जिससे टीबी की बीमारी का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है. टीबी अस्पतालों में सीलन नहीं होनी चाहिए, लेकिन इसके बावजूद यह अस्पताल जर्जर और बेकार हो चुकी बिल्डिंग में चलाया जा रहा है.

