धीर राजपूत/फिरोजाबाद: शहरों में पशुओं की मृत्यु के बाद उनके शवों को रास्तें में फेंक दिया जाता है. उनके शव से पैदा होने वाली दुर्गंध से न केवल आम लोगों को परेशानी होती है बल्कि पर्यावरण भी दूषित होता है. अब फिरोजाबाद नगर में लोगों को इस परेशानी से नहीं जूझना पड़ेगा. स्मार्ट सिटी बनने साथ-साथ शहर में कई तरह की सुविधाओं को शुरु किया जा रहा है. इसी का हिस्सा है मृत पशुओं के शवों के दाह संस्कार के लिए कारकस सेंटर तैयार किया जाना. यहां किसी भी तरह के मृत पशुओं के शवों को विद्युत शवदाह गृह के जरिए नष्ट किया जाएगा.पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मिलेगी मददनगर निगम एक्सईन आशीष शुक्ला ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि मृत पशुओं के शव के निस्तारण के लिए विद्य़ुत शवदाह गृह बनाया जाएगा. राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत शहर के पास सोफीपुर में इस शवदाह गृह का निर्माण कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीमारियों या अन्य किसी कारण से पशुओं की मृत्यु होने के बाद उनके शवों से दुर्गंध आती थी लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा.विद्युत पशु शवदाह गृह बनने के बाद पशुओं के शवों को इसी से नष्ट किया जाएगा. इसके निर्माण और रखरखाव के लिए मैसर्स सीकोन पॉल्यूटेक सिस्टम को जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था नामित की जा चुकी है. इस कारकस सेंटर के बनने के बाद पर्यावरण भी दूषित नहीं होगा.कारकस सेंटर की आएगी इतनी लागतअधिकारी ने कहा कि पशुओं के शवदाह गृह के निर्माण के लिए करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. इसके लिए एक करोड़ 54 लाख रुपए का बजट पास हुआ है. निर्माण और देखरेख करने वाली संस्था को एनजीटी के नियमों का भी पालन करना होगा. खास तौर पर मृत पशुओं को घटनास्थल से कारकस सेंटर पहुंचाने और अंत्येष्टि आदि कार्य में पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे इसका ख्याल रखना होगा.FIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 20:43 IST
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