ZIM vs NZ: जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे टेस्ट का पहले दिन का अंत रोमांचक अंदाज में हुआ. इस मैच का बड़ा मुद्दा जिम्बाब्वे के अनुभवी बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर रहे जिन्होंने फिक्सिंग के बैन के बाद साढ़े तीन साल के बाद वापसी की. ब्रेंडन ने मैच के बाद वो इनसाइड स्टोरी बताई जब उन्हें क्रिकेट से दूर फेंक दिया गया था. ब्रेंडन टेलर साढ़े तीन साल के कमबैक के बाद जिम्बाब्वे के लिए पहली पारी के टॉप रन स्कोरर रहे. उन्होंने 44 रन की शानदार पारी खेली.
टेलर ने कबूला था गुनाह
साल 2019 में एक घटना पर ब्रेंडन टेलर ने अपना गुनाह कुबूल किया था. उन्होंने मैच फिक्स करने के लिए 15 हजार डॉलर लिए थे. हालांकि, उन्होंने बताया था कि पैसे लेने के बाद मैच फिक्स नहीं हुआ था. लेकिन ब्रेंडन टेलर को इसके लिए 2022 में बैन लगाया गया. करियर पर फिक्सिंग का ये दाग लगने के बाद ब्रेंडन टेलर कई दिनों तक सदमें में रहे थे. उन्होंने उस दर्द की दास्तांन पहले दिन स्टंप्स के बाद बताई.
क्या बोले टेलर?
ब्रेंडन टेलर ने गुरुवार को कहा, ‘यह कितना अच्छा है कि तीन साल पहले, मैं बिस्तर से उठ नहीं पा रहा था और अब मैं यहां वही कर रहा हूँ जो मुझे पसंद है. मैं जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. सजा से जूझना, अपनी आंतरिक उथल-पुथल से जूझना. यह कोई एक दिन नहीं था, बल्कि कई दिनों तक सदमा सहना पड़ा. मैं गहरे अंधकार में डूबा हुआ था. जीवन के इस भारी निराशा से उबरने की कोशिश कर रहा था. यह अविश्वसनीय रूप से कठिन था.’
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फिर लौटी खुशियां
उन्होंने आगे कहा, ‘अपने परिवार को निराश करने की वजह से हमेशा शर्म आती थी. इससे निपटना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन जिस तरह से मेरे परिवार ने मेरा साथ दिया वह बेहद भावुक कर देने वाला था. मुझे इस बात का लगभग अफसोस है कि मैंने पहले उनका सहारा क्यों नहीं लिया. मुझे लगा कि यह मेरे ही कारण था कि मैं इसमें फंस गया और मुझे इसे खुद ही ठीक करना होगा. मुझे लगा कि मेरा सपना टूट गया है और मैं इससे संतुष्ट हूं. फिर खुशियाँ आईं और ठीक होने के वादे, जो मुझे बहुत प्रिय हैं.’
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