FIFA World Cup 2022: कतर में 2022 का विश्व कप रविवार से शुरू हो रहा है, जिसमें दुनिया भर के फुटबॉल खिलाड़ी मध्य पूर्व में वैश्विक गौरव हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं. इस बार टूर्नामेंट में 32 देश भाग ले रहे हैं. हर कोई इस बारे में सोच रहा है कि कौन सी टीमें पसंदीदा हैं और कौन सी टीम डार्क हॉर्स होगी. डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस 2018 में विजयी होने के बाद फिर से प्रबल दावेदारों में शामिल है. 
एक नजर खिताब के प्रबल दावेदारों पर
ब्राजील: दक्षिण अमेरिकी की पावरहाउस फुटबॉल टीम विश्व कप में सबसे पसंदीदा है. पांच बार की विजेता वर्तमान में नेमार, विनिसियस जूनियर और एलिसन के साथ बहुत ताकतवर होने का दावा कर रही है. हालांकि, उन्होंने 2002 के बाद से विश्व कप में जीत का स्वाद नहीं चखा है. नेमार की अगुवाई वाली टीम ग्रुप जी में स्विट्जरलैंड और कैमरून का सामना करने से पहले 24 नवंबर को सर्बिया के खिलाफ खेलकर अपने अभियान की शुरुआत करेगी.
बेल्जियम: विश्व फुटबॉल रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज बेल्जियम ने आठ मैचों में अपराजित रहते हुए क्वालीफाइंग चरण को पार कर लिया और 19 के गोल अंतर के साथ अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहा. रॉबटरे मार्टिनेज, अब राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के रूप में अपने सांतवें साल में, स्ट्राइकर रोमेलु लुकाकू, केविन डी ब्रुइन और एडेन हैजर्ड के साथ 3-4-2-1 मैदान में उतरने के पक्षधर हैं. डिफेंस में वह अनुभवी जोड़ी जेन वटरेंघेन और टोबी एल्डरविएरल्ड पर निर्भर हैं, तो स्टार गोलकीपर थिबाउट कटरेइस के साथ खलने उतरेंगे. डी ब्रुइन, हजार्ड, वटरेंघेन, एल्डरविएरल्ड, कोटरेइस, ड्रीस मेर्टेंस और एक्सल विटसेल की टीम की गोल्डन जेनरेशन सभी 30 साल के हैं और लुकाकू 29 साल के हैं. 
स्पेन: पूर्व कप्तान लुइस एनरिक द्वारा प्रशिक्षित 2010 के चैंपियन ने स्वीडन, ग्रीस और कोसोवो जैसी टीमों से लड़ते हुए बड़ी मुश्किल से कतर के लिए क्वालीफाई किया. ग्रीस के साथ स्पेन का मैच 1-1 से ड्रा रहा और स्वीडन से 2-1 से हार गया. इन दोनों मैचों ने स्पेन की मुख्य कमजोरी को उजागर किया. एनरिक गेंद को नियंत्रित करना पसंद करते हैं लेकिन कभी-कभी उस नियंत्रण को स्पष्ट अवसरों में बदलने में विफल रहते है. फॉरवर्ड अल्वारो मोराटा का बेहतर खेल दिखाना लगभग तय है. 57 मैचों में 27 गोल करने का उनका रिकॉर्ड प्रभावशाली है. जेरार्ड मोरेनो फिटनेस के लिए संघर्ष कर रहे हैं, मिकेल ओयारजबाल चोट के कारण बाहर हैं. हालांकि, टीम संपूर्ण फुटबॉल खेलने पर भरोसा कर रही है और किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हराने के लिए तैयार है. 
जर्मनी: बायर्न म्यूनिख के पूर्व कोच हैंसी फ्लिक ने जोआचिम लो की जगह लेने के बाद अच्छी तरह से अनुकूलित किया है, और थॉमस मुलर की तह में वापसी ने जर्मनों को बहुत अनुभव दिया है और उन्हें विश्व कप में पसंदीदा बना दिया है. क्वालीफाई के लिए उनके समूह में उत्तर मैसेडोनिया, रोमानिया, आर्मेनिया, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन टीम शामिल थे. कोच फ्लिक थॉमस मुलर, सर्ज ग्नब्री और लेरॉय साने जैसे खिलाड़ियों पर भरोसा कर सकते हैं, हालांकि टिमो वर्नर की टखने की चोट का मतलब है कि वह मेगा इवेंट में नहीं खेल सकते हैं. 
अर्जेंटीना: दो बार की चैंपियन अर्जेंटीना 22 नवंबर को सऊदी अरब के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेगी, इससे बाद वह ग्रुप सी में मैक्सिको और पोलैंड से भी भिड़ेगी. ब्राजील, फ्रांस और इंग्लैंड कतर में 36 साल के फीफा विश्व कप खिताब के सूखे को खत्म करने की अर्जेंटीना की उम्मीदों में सबसे बड़ी बाधा होंगे. टीम के कोच लियोनेल स्कालोनी पिछले 35 मैचों में अपराजित हैं. 
मेसी ने दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल परिसंघ (SONMEB) के साथ एक इंटरव्यू में कहा-अगर मुझे कुछ को दूसरों से ऊपर रखना है तो मुझे लगता है कि ब्राजील, फ्रांस और इंग्लैंड बाकियों से थोड़ा ऊपर हैं, लेकिन विश्व कप इतना कठिन और इतना जटिल है कि कुछ भी हो सकता है. इन स्पष्ट विकल्पों के अलावा, गत चैंपियन फ्रांस, क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल, हैरी केन की इंग्लैंड और 2018 में उपविजेता क्रोएशिया भी दावेदारों में शामिल हैं. 
(इनपुट: भाषा)
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