आमतौर पर जब भी पेट बाहर निकला हुआ दिखता है, तो लोग इसे सिर्फ मोटापा मान लेते हैं. लेकिन कई बार ये मोटापा नहीं, बल्कि फैटी लिवर की निशानी हो सकती है एक ऐसी स्थिति जो बिना कोई लक्षण दिए धीरे-धीरे लिवर को नुकसान पहुंचाती है. हैरानी की बात यह है कि यह बीमारी अब केवल 50 या 60 की उम्र वालों तक सीमित नहीं रही, बल्कि 30 से 40 साल की उम्र वाले भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. एक्सपर्ट मानते हैं कि देर से पता चलने पर फैटी लिवर गंभीर रूप ले सकता है, लेकिन आप समय रहते अपनी फिटनेस को परख लें तो शुरुआती लेवल पर इसे रोका जा सकता है.
डॉक्टरों के मुताबिक, फैटी लिवर से बचने और उसका शुरुआती संकेत जानने के लिए दर्द भरे मेडिकल टेस्ट की जरूरत नहीं है. कुछ आसान और मिनटों में किए जा सकने वाले घरेलू फिटनेस टेस्ट के जरिए आप खुद जान सकते हैं कि आपकी शारीरिक क्षमता, मेटाबॉलिक हेल्थ और मसल्स स्ट्रेंथ कितनी सही स्थिति में हैं. आइए जानते हैं वे 5 एक्सरसाइजनुमा टेस्ट जो न सिर्फ आपकी फिटनेस का स्तर बताएंगे, बल्कि फैटी लिवर से जुड़ी आपकी रिस्क प्रोफाइल भी समझा सकते हैं.
1. वन-मिनट सिट-टू-स्टैंड टेस्टएक मजबूत निचला शरीर केवल चलने-फिरने के लिए ही नहीं, बल्कि लिवर हेल्थ के लिए भी जरूरी होता है. इस टेस्ट में आपको एक कुर्सी पर बिना हाथों का सहारा लिए एक मिनट तक बार-बार उठना-बैठना है. यदि आप 45–59 वर्ष की उम्र में 14 बार से कम कर पाते हैं, तो यह आपकी शारीरिक क्षमता में कमजोरी का संकेत हो सकता है.
2. थ्री-मिनट स्टेप टेस्टअपने कार्डियोवस्कुलर हेल्थ को जांचने के लिए इस टेस्ट में तीन मिनट तक 12 इंच ऊंचे स्टेप पर चढ़ने और उतरने की क्रिया करनी होती है. इसके बाद बैठकर 30 सेकंड बाद अपनी हार्टबीट गिनें. यदि पल्स रेट 96 बीपीएम से ज्यादा है, तो यह फिटनेस के कमजोर लेवल का इशारा देता है.
3. फोरआर्म प्लैंक होल्डयह कोर स्ट्रेंथ और सहनशक्ति का टेस्ट है. सीधे फर्श पर प्लैंक की स्थिति में जितनी देर हो सके टिके रहें. 40–59 की उम्र वालों में 30 सेकंड से कम का टाइम खराब माना जाता है, जबकि 90 सेकंड या उससे ज्यादा का समय बहुत अच्छी फिटनेस को दर्शाता है.
4. वॉल-सिट टेस्टइसमें आपको दीवार से पीठ सटाकर 90 डिग्री पर बैठने की मुद्रा में जितना देर हो सके रुकना होता है. यदि आप 30 सेकंड से कम टिकते हैं, तो आपकी लोअर बॉडी फिटनेस कमजोर मानी जाएगी. 75 सेकंड से ज्यादा रुकना अच्छी मसल एंड्यूरेंस का संकेत है.
5. मॉडिफाइड पुश-अप टू फटीग टेस्टयह टेस्ट आपकी अपर बॉडी और कोर स्ट्रेंथ का आकलन करता है. घुटनों के बल पुश-अप्स करें और गिनती तब तक करें जब तक सही फॉर्म में कर सकते हैं. 10–12 से कम दोहराव कमजोरी का संकेत हैं, जबकि 25 से ज्यादा होना बेहतर फिटनेस को दर्शाता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.