मोटापा और डायबिटीज से जुड़ी बीमारियों का इलाज ढूंढना मेडिकल साइंस के लिए हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है. लेकिन अब एक नई खोज ने उम्मीद की एक नई किरण जलाई है. जो दवाएं अभी तक वजन घटाने और डायबिटीज के इलाज में इस्तेमाल हो रही थीं, अब वे लिवर की गंभीर बीमारी ‘फैटी लिवर’ यानी मेटाबोलिक डिसफंक्शन-एसोसिएटेड स्टीटोहेपेटाइटिस (MASH) को भी ठीक करने में कारगर साबित हो रही हैं.
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित इस नई स्टडी के मुताबिक, सेमेग्लूटाइड (Semaglutide) नामक दवा (जिसे आमतौर पर Ozempic और Wegovy के नाम से जाना जाता है) फैटी लिवर की स्थिति को सुधारने में बेहद प्रभावशाली साबित हो रही है. इस स्टडी में लगभग 800 मरीजों को शामिल किया गया था और उन्हें 72 हफ्तों तक सेमेग्लूटाइड दी गई.
स्टडी का रिजल्टपरिणाम चौंकाने वाले रहे. जिन मरीजों को यह दवा दी गई, उनमें से लगभग दो-तिहाई में लिवर की सूजन में कमी देखी गई. इतना ही नहीं, एक-तिहाई से ज्यादा मरीजों में लिवर स्कारिंग यानी झिल्ली पर पड़ चुके निशान भी कम हो गए. यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि फैटी लिवर की स्थिति आगे चलकर सिरोसिस, लिवर फेल्योर या लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है.
एक्सपर्ट का क्या कहना?मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. सेलिन गाउंडर के मुताबिक, “सेमेग्लूटाइड से न केवल सूजन में राहत मिली बल्कि लिवर के काम में भी सुधार देखा गया. इस दवा की एक खास बात यह है कि यह न केवल लिवर की सूजन कम करती है, बल्कि मोटापा और डायबिटीज जैसी अन्य स्थितियों में भी फायदेमंद है. इससे यह साबित होता है कि सेमेग्लूटाइड जैसी दवाएं आने वाले समय में मल्टीपल डिसऑर्डर्स का समाधान बन सकती हैं. हालांकि, डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके साइड इफेक्ट्स और डोज व्यक्ति की सेहत पर निर्भर करते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.