Live nowLast Updated:August 16, 2025, 23:43 ISTFatehpur Tomb Dispute: फतेहपुर में मकबरा विवाद एक बार फिर गरमा गया है. हिंदू संगठन नेता की हार्ट अटैक से मौत पर नेयाज खान की विवादित पोस्ट वायरल होने से बवाल मच गया. पोस्ट से भड़के हिंदू संगठनों ने सख्त कार्रवा…और पढ़ेंफतेहपुर का विवादित मकबराफतेहपुर : फतेहपुर के इबूनगर इलाके में स्थित करीब 200 साल पुराना नवाब अब्दुल समद का मकबरा इन दिनों विवाद का केंद्र बन गया है. जहां कुछ हिंदू संगठनों ने दावा किया है कि इस स्थल पर शिव और कृष्ण का प्राचीन मंदिर था, जिसके अवशेष (जैसे त्रिशूल और कमल) मकबरे के भीतर मिले थे. इस पर उन्हें धार्मिक अधिकार चाहिए, जबकि मुस्लिम पक्ष इसे नवाब अब्दुल समद खान और उनके पुत्र अबू बकर की कब्र बताता है—और इस स्थान को राष्ट्रीय संपत्ति और वक्फ भूमि भी घोषित किया जा चुका है. सदर तहसील स्थित इस विवादित परिसर में कुछ हिंदू कार्यकर्ता अचानक घुस गए थे , उन्होंने भगवा झंडा फहराया और धार्मिक अनुष्ठान करने की कोशिश थी. पुलिस ने बैरिकेडिंग और लाठीचार्ज कर स्थिति पर काबू पाया था.
फतेहपुर मकबरा विवाद: बीजेपी जिलाध्यक्ष का पूजा का वीडियो आया सामने
फतेहपुर में लगातार चर्चित मकबरा विवाद अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है, भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह विवादित स्थल की तस्वीर को सामने रखकर अपने घर में विधिवत पूजा करते नजर आ रहे हैं, साथ ही उन्होंने जिले के हिंदू समाज से भी आह्वान किया है कि वे भी उसी तस्वीर को ‘ठाकुरद्वारा’ मानकर अपने-अपने घरों में पूजा करें. मुखलाल पाल ने वीडियो के माध्यम से लोगों से अपील की है कि आज रात घरों में पूजन किया जाए और यह बताया जाए कि वह स्थान मकबरा नहीं, बल्कि ठाकुर जी का मंदिर है. इस कदम से एक बार फिर यह मामला धार्मिक और राजनीतिक रूप से चर्चा में आ गया है. जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि अब यह लड़ाई कानून के रास्ते से लड़ी जाएगी. हमने प्रशासन को पर्याप्त प्रमाण सौंपे हैं, और अब धार्मिक भावना के साथ इस आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा. इस विवाद के पहले भी विश्व हिंदू परिषद समेत कई हिंदू संगठनों ने दावा किया था कि यह स्थल कोई मकबरा नहीं, बल्कि 400 साल पुराना ठाकुर संवलिया जी का मंदिर है, और उनके पास इसके प्रमाण भी मौजूद हैं.
फतेहपुर विवाद: वीएचपी ने बताया मंदिर, पेश किए सबूत
फतेहपुर में चल रहे मकबरा विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने दावा किया है कि विवादित स्थल कोई मकबरा नहीं, बल्कि 400 साल पुराना ठाकुर संवलिया जी का मंदिर है. उन्होंने कहा कि उनके पास इसके पुख्ता प्रमाण और राजस्व अभिलेख मौजूद हैं, जिन्हें प्रशासन को भी सौंपा गया है.
वीएचपी का दावा… हिंदुओं को मिलेगी जमीनफतेहपुर में मकबरे को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब इस मुद्दे पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडे का बड़ा बयान सामने आया है. वीएचपी नेता ने कहा कि हिंदुओं ने संकल्प लिया है कि जिस स्थान पर मंदिर है, वह वापस चाहिए. उन्होंने कहा कि हिंदू कोई जाति नहीं, बल्कि एक व्यवस्था है. हमारी संस्कृति पूरी दुनिया को एक परिवार मानने वाली है. वीरेंद्र पांडे ने दावा किया कि योगी सरकार के प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि यदि विवादित स्थल पर मंदिर होने के प्रमाण मिलते हैं, तो उसे हिंदुओं को सौंपा जाएगा. हम दंगा, अशांति और खून-खराबा नहीं चाहते. हमने प्रशासन को समय दिया है. मंदिर इस साल नहीं तो अगले साल मिलेगा। अगर नहीं मिला, तो हम बार-बार एकत्र होकर अपने धार्मिक स्थलों की रक्षा करेंगे.
घरों में मनाए जन्माष्टमी! मकबरा विवाद के बाद बीजेपी नेता मुखलाल पाल की अपील
फतेहपुर में मकबरे को लेकर उपजे विवाद के बीच भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने प्रदेशवासियों से अमन-चैन बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने जन्माष्टमी पर्व घरों में रहकर श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने का संदेश दिया. जिलाध्यक्ष ने लोगों से कहा कि पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन घरों में ही करें और किसी भी तरह के विवाद से दूर रहें. गौरतलब है कि सोमवार को मकबरे में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण हालात बन गए थे. इसके बाद से ही पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं. मुखलाल पाल ने साफ कहा कि विवाद को बढ़ाने के बजाय शांति और भाईचारे को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.