Faridabad Terror Module Live: दिल्ली में हुए ब्लास्ट की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और एजेंसियों को लगातार नए कनेक्शन मिल रहे हैं, जिससे नेटवर्क का दायरा और बड़ा होता दिखाई दे रहा है. शुरुआती जांच के बाद सामने आया कि धमाके से पहले डॉक्टर शाहीन, डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर आरिफ लगातार संपर्क में थे. 1 नवंबर से 7 नवंबर के बीच इन तीनों के बीच कई बार चैटिंग और बात हुई. जांच में यह भी सामने आया है कि केवल डॉक्टर शाहीन और डॉक्टर आरिफ के बीच ही 39 वॉइस कॉल, 43 व्हाट्सऐप कॉल और लगभग 200 मैसेज एक्सचेंज हुए थे. यह गतिविधियां धमाके के ठीक पहले की हैं, जो संदिग्ध गतिविधियों की ओर इशारा करती हैं.
डॉक्टर आरिफ को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद एसटीएफ को अशोक नगर स्थित एक फ्लैट से कई डिजिटल डिवाइसेज मिली हैं. इन डिवाइसेज में चैट, कॉल रिकॉर्ड और अन्य डिजिटल एविडेंस मिले हैं, जिनके आधार पर जांच टीम जल्द ही कानपुर का दोबारा दौरा कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक डिजिटल लोकेशन और संपर्कों में कानपुर का लिंक बार-बार सामने आ रहा है, जिससे यह स्थान जांच के केंद्र में है.
रडार में सहारनपुर के दो यूट्यूबर
जांच इसी बीच सहारनपुर तक भी पहुंच गई है, जहां दो यूट्यूबर एजेंसियों के रडार पर हैं. यह दोनों यूट्यूबर सहारनपुर से गिरफ्तार डॉक्टर आदिल के निकाह में श्रीनगर गए थे. श्रीनगर के एक हुक्का बार की सीसीटीवी फुटेज में दोनों डॉक्टर आदिल के साथ बैठे दिखाई दिए हैं. एजेंसियां फिलहाल इनके मोबाइल, लैपटॉप, कैमरे और डिजिटल गैजेट्स की पूरी जांच कर रही है. चैट, कॉल रिकॉर्ड, वीडियो फाइलें और लोकेशन हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है ताकि किसी संभावित लिंक का पता चल सके.
डॉक्टर आदिल की चीन और तुर्किए यात्रा का हुआ खुलासा
डॉक्टर आदिल की चीन और तुर्किए यात्राओं की जानकारी भी सामने आई है, जो जांच को और जटिल बनाती है. इसके अलावा आदिल के कई बार देवबंद आने-जाने की पुष्टि भी हुई है. एजेंसियां वहां उसके संपर्कों का पता लगा रही हैं. इस बीच पंजाब पुलिस भी सहारनपुर के उस अस्पताल में पहुंची जहां आदिल काम करता था, क्योंकि दिल्ली ब्लास्ट के बाद पंजाब में ग्रेनेड अटैक मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है और दोनों मामलों के बीच संभावित कनेक्शन की जांच की जा रही है.जांच एजेंसियों को शक है कि यह नेटवर्क कई राज्यों में फैला हो सकता है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
पठानकोट से संदिग्ध डॉक्टर गिरफ्तार
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसी की टीम ने पठानकोट के एक निजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से डॉक्टर रियाज़ अहमद को हिरासत में लिया है. जांच में सामने आया कि वह 2020–2021 के दौरान अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में काम कर चुका है और वहां के डॉक्टरों के संपर्क में लगातार बना हुआ था.
मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर से संपर्क
एजेंसियों को पता चला है कि पठानकोट से पकड़ा गया डॉक्टर, दिल्ली ब्लास्ट के मेन आरोपी डॉक्टर उमर के सीधे संपर्क में था. सुरक्षा एजेंसी उसे पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है. डॉक्टर रियाज़ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का निवासी बताया जा रहा है.
कानपुर में बड़ी कार्रवाई: डॉक्टर शाहीन की IMA सदस्यता खत्म
उधर, कानपुर में दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन में गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन पर कार्रवाई तेज है. GSVM मेडिकल कॉलेज और कार्डियोलॉजी में काम कर चुकी शाहीन की IMA सदस्यता समाप्त कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता सामने आने के बाद IMA ने उसे निष्कासित कर दिया है.
कश्मीर मूल के मेडिकल छात्रों के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे
जांच एजेंसियां अब GSVM मेडिकल कॉलेज और कार्डियोलॉजी में वर्ष 2006–2013 तक पढ़ने व काम करने आए जम्मू-कश्मीर के मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों का पूरा इतिहास खंगाल रही हैं, ताकि नेटवर्क के संभावित लिंक का पता लगाया जा सके.

