Wheel Pose Benefits: चक्रासन, शरीर को व्हील के शेप में मोड़कर किया जाता है, जो रीढ़, कमर, आंखों समेत पूरे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है. भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार, चक्रासन से कमर-रीढ़ की समस्याएं दूर होती हैं, आंखों की रोशनी बढ़ती है, कब्ज से राहत मिलती है और स्ट्रेस-चिंता कम होती है. यह शरीर को अनेकों लाभ देता है.
चक्रासन का क्या अर्थ है?’चक्र’ का अर्थ है पहिया और ‘आसन’ का अर्थ है मुद्रा. इस आसन में शरीर को पीछे की ओर मोड़कर पहिए जैसा आकार दिया जाता है. यह पीठ, हाथ, पैर और पेट की मसल्स को मजबूत करता है, साथ ही शरीर की लचीलापन और पोस्चर में सुधार करता है. योग एक्सपर्ट का कहना है कि रोजाना प्रैक्टिस से यह आसन शरीर को कई हेल्थ बेनेफिट्स देता है.
चक्रासन के फायदेचक्रासन रीढ़ को लचीला बनाता है और कमर दर्द से राहत दिलाता है. यह आंखों की मसल्स को मजबूत कर रोशनी बढ़ाने में मदद करता है. कब्ज और डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है. यह मेंटल स्ट्रेस और चिंता को कम कर शांति देने में भी मददगार है. यह मसल्स को मजबूत कर शरीर की एक्टिव बनाता है.
चक्रासन का सही मेथड क्या है?एक्सपर्ट बताते हैं कि चक्रासन करने का सही मेथड क्या है. इसकी प्रैक्टिस के लिए सबसे पहले पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं. अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और पैरों को कूल्हों के पास लाएं. दोनों हाथों को सिर के पास ले जाएं, हथेलियां जमीन पर और उंगलियां कंधों की ओर हों. इसके बाद सांस लेते हुए हथेलियों और पैरों पर जोर देकर शरीर को ऊपर उठाएं. सिर को आराम से पीछे की ओर लटकाएं. 10 से 20 सेकंड तक इस पोजीशन में बने रहना चाहिए और सामान्य रूप से सांस भी लेते रहना चाहिए. इसके बाद धीरे-धीरे स्थिति में वापस आना चाहिए.
चक्रासन करने से पहले इन बातों का रखें ध्यानरोजाना चक्रासन से न केवल फिजिकल, बल्कि मेंटल हेल्थ भी बेहतर होता है. एक्सपर्ट यह भी बताते हैं कि चक्रासन कई लाभ देता है, मगर इसकी प्रैक्टिस से पहले कई सावधानियां रखनी चाहिए. चक्रासन खाली पेट करना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाओं, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग या क्रोनिक पेन से पीड़ित लोगों को इसे न करने की सलाह दी जाती है.–आईएएनएस
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.