हर साल 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे 2024 के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को उसके स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना है. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे गंभीर बीमारियों के बारे में बता रहे हैं जो पिछले एक दशक से बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.
डॉ. सुनील कुमार चौधरी-सलाहकार, आंतरिक चिकित्सा, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली बताते हैं कि स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में सुधार, जीवनशैली और आहार आदतों में बदलाव, तकनीकी प्रगति और नीतिगत हस्तक्षेप सहित कई कारकों के कारण कुछ बीमारियों के मामलों में तेजी से उछाल आया है.
गैर-संक्रामक रोग
एक्सपर्ट बताते हैं कि मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसे गैर-संक्रामक रोगों में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है. इनमें वृद्धि के कारणों में मुख्य रूप से खराब जीवनशैली, प्रोसेस्ड फूड्स से भरपूर डाइट, तंबाकू और शराब का सेवन शामिल है.
मोटापा
भारत में मोटापा से ग्रस्त लोगों की संख्या में जबरदस्त उछाल देखा गया है. खासकर शहरी आबादी और संपन्न वर्गों में. गतिहीन जीवनशैली, कैलोरी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन और शारीरिक गतिविधि के स्तर में कमी इसमें योगदान करते हैं.
संक्रामक रोग नियंत्रण में चुनौतियां
ट्यूबरकुलोसिस और मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों से निपटने में प्रगति के बावजूद, दवा प्रतिरोध, ग्रामीण क्षेत्रों में अपर्याप्त स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचा और रोग निगरानी और नियंत्रण उपायों में अंतराल जैसी चुनौतियां बनी हुई हैं.
ग्रामीण-शहरी असमानताएं
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच स्वास्थ्य परिणामों में असमानताएं बनी हुई हैं, ग्रामीण आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं, बुनियादी ढांचे और जानकारी तक पहुंचने में अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
G-Ram-G bill introduced in LS amid din
NEW DELHI: The Lok Sabha on Tuesday witnessed fierce protests from Opposition members after the government introduced a…

