दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में तेज गर्मी और लू का कहर जारी है. लेकिन इस भीषण गर्मी में केवल हीट स्ट्रोक ही नहीं, बल्कि ब्रेन स्ट्रोक यानी लकवा मारने का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है. डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन इस मौसम में जानलेवा साबित हो सकता है.
हाल ही में दिल्ली में 45 वर्षीय एक किसान को लकवे की स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया. गर्मी में खेत में काम करते समय उन्हें अचानक चक्कर आया और वे बेहोश हो गए. पहले माइग्रेन समझा गया, लेकिन एमआरआई में ब्रेन स्ट्रोक की पुष्टि हुई. डॉक्टरों के अनुसार इसका प्रमुख कारण डिहाइड्रेशन और ज्यादा गर्मी में शारीरिक श्रम था.
हेल्थ एक्सपर्ट की चेतावनीविशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी में शरीर का तापमान बढ़ने पर यदि पर्याप्त पानी न पिया जाए, तो खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे दिमाग में खून के फ्लो में रुकावट आती है. इससे ब्रेन स्ट्रोक या लकवा जैसी स्थितियां बन सकती हैं. खासकर वे लोग जो धूप में काम करते हैं, जैसे किसान, मजदूर या सड़कों पर काम करने वाले लोग, उन्हें ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए.
बचाव के उपाय* दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं.* बाहर निकलने से पहले ओआरएस, नींबू पानी या नारियल पानी लें.* हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें.* दोपहर में शारीरिक श्रम न करें.* सिर दर्द, चक्कर आना, कमजोरी जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें.* गर्मी लगने पर तुरंत छांव या ठंडी जगह पर आराम करें.
डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी में सिरदर्द, चक्कर आना, थकावट या उल्टी जैसा कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें. समय पर उपचार न होने पर यह स्थिति जानलेवा बन सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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