मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद इंग्लैंड खेमे में खलबली मच गई है. जिस तरह से भारत ने रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर के नाबाद शतकों के दम पर मैच को बचाया, उसने इंग्लैंड टीम को सोचने पर मजबूर कर दिया. मैनचेस्टर को ड्रॉ हुए 24 घंटे भी नहीं बीते हैं कि इंग्लैंड ने केनिंग्टन, ओवल में होने वाले अंतिम टेस्ट के लिए उन्होंने अपनी टीम में एक बड़ा बदलाव किया है. टीम में एक खतरनाक ऑलराउंडर की एंट्री कराई है. सीरीज अभी भी 2-1 से इंग्लैंड के पक्ष में हैं.
‘खतरनाक’ ऑलराउंडर की एंट्री
इंग्लैंड ने पांचवें और निर्णायक टेस्ट के लिए अपनी टीम में एक अतिरिक्त खिलाड़ी को शामिल किया है, जोकि 31 जुलाई से खेला जाएगा. इंग्लैंड पुरुष चयन पैनल ने सरे के ऑलराउंडर जेमी ओवरटन को पांचवें टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया है. ओवल में 31 जुलाई से शुरू होने वाले इस मैच के लिए ओवरटन को टीम में शामिल करना इंग्लैंड की रणनीति में बदलाव का संकेत है. हालांकि, उन्हें टेस्ट क्रिकेट का ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 98 मैच खेले हुए हैं. इससे पता चलता है कि उन्हें रेड बॉल क्रिकेट का अनुभव है. ओवरटन ने एक टेस्ट मैच खेला है, जिसमें 2 विकेट लिए और 97 रन बनाए.
— England Cricket (@englandcricket) July 28, 2025
कौन है 31 साल का ये क्रिकेटर?
जेमी ओवरटन एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं. वह अपनी तेज गति और निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने पहले भी इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला है और अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है. ओवरटन की टीम में एंट्री का कारण इंग्लैंड शायद अपनी गेंदबाजी आक्रमण को और मजबूत करना चाहता है, खासकर जब उनके कप्तान बेन स्टोक्स खुद चोटों (हैमस्ट्रिंग और कंधे) से जूझ रहे हैं और पूरी फिटनेस के साथ गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं. एक अतिरिक्त तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर का आना टीम को अधिक संतुलन और गेंदबाजी विकल्प देगा.
केनिंग्टन ओवल में टीम इंडिया का टेस्ट रिकॉर्ड
भारत ने इस मैदान पर कुल 15 टेस्ट मैच खेले, जिसमें सिर्फ दो ही मुकाबले अपने नाम किए. केनिंग्टन ओवल में टीम इंडिया को छह टेस्ट मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा, जबकि सात मैच ड्रॉ रहे. भारत साल 2021 के बाद से इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. उसने यहां पिछले 10 में से सिर्फ एक ही टेस्ट मैच को जीता है. टीम इंडिया ने केनिंग्टन ओवल में पहली बार अगस्त 1936 में टेस्ट खेला था, जिसमें उसे नौ विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
5वें टेस्ट के लिए इंग्लैंड का स्क्वॉड
बेन स्टोक्स (कप्तान), जोफ्रा आर्चर, गस एटकिंसन, जैकब बेथेल, हैरी ब्रुक, ब्राइडन कार्स, जैक क्रॉली, लियाम डॉसन, बेन डकेट, जेमी ओवरटन, ओली पोप, जो रूट, जेमी स्मिथ, जोश टंग, क्रिस वोक्स.