शतावरी: एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक पौधा जो महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए वरदान है
प्रकृति की गोद में मौजूद अनगिनत औषधीय पौधों में से एक है शतावरी। यह झाड़ीदार पौधा न केवल महिलाओं की सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि पुरुषों को भी कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत देता है। वैद्य जमुना प्रसाद यादव बताते हैं कि शतावरी में कैल्शियम, आयरन, विटामिन A, C और E भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में सहायक होता है
शतावरी का नियमित सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और थकान, कमजोरी व तनाव को दूर करने में सहायक होता है। वैद्य जमुना प्रसाद के अनुसार, शतावरी महिलाओं के हार्मोन संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह मासिक धर्म की समस्याओं, प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद की कमजोरी में एक प्राकृतिक टॉनिक की तरह काम करती है। यह शरीर को फिर से ऊर्जा और संतुलन देने में मददगार साबित होती है।
पुरुषों के लिए भी लाभकारी है शतावरी
शतावरी केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि पुरुषों के लिए भी लाभकारी है। वैद्य जमुना प्रसाद यादव बताते हैं कि यह यौन कमजोरी, मानसिक तनाव और पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक है। शतावरी का सेवन पाउडर, कैप्सूल या काढ़े के रूप में किया जा सकता है।
कैसे करें सेवन और क्या बरतें सावधानी?
शतावरी का सेवन आमतौर पर डाइट सप्लीमेंट के रूप में किया जाता है। हालांकि, वैद्य जमुना प्रसाद का कहना है कि किसी भी औषधीय पौधे का उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है, ताकि शरीर की प्रकृति के अनुसार सही मात्रा और तरीका अपनाया जा सके।
शतावरी जैसे पौधे ग्रामीण समुदाय में घरेलू उपचार और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। जमुना प्रसाद यादव बताते हैं कि शतावरी से कई प्रकार के आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार किए जाते हैं। आवश्यकता पड़ने पर लोग सीधे उनके केंद्र पर आकर ये उत्पाद ले जाते हैं। ये सभी उत्पाद पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित होते हैं।