ब्लड कैंसर बेहद गंभीर बीमारी है जो कि जानलेवा हो सकती है. पिछले कुछ सालों में ब्लड कैंसर के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है. कैंसर का जल्दी पता लगाना जरूरी है क्योंकि शुरुआती स्टेज में रिकवर होने की संभावना अधिक होती है. एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया कैंसर के लक्षण को अक्सर आम संकेत समझ अधिकतर लोग नजरअंदाज कर देते हैं. AIIMS के मेडिकल ऑन्कोलॉजी के प्रोफेसर डॉक्टर रंजीत साहू और BLK-Max हॉस्पिटल के डॉक्टर धर्मा चौधरी से जानते हैं एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया कैंसर के शुरुआती लक्षण और किस उम्र में है कैंसर का सबसे ज्यादा रिस्क.
एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया कैंसर का रिस्क किस उम्र में ज्यादा है? AIIMS के डॉक्टर रंजीत साहू के अनुसार भारत में 30 से 40 के यंग लोगों में एक्यूट मायलॉइड ल्यूकेमिया कैंसर का रिस्क अधिक देखा गया है. कम उम्र में कैंसर का होना स्वास्थ्य चुनौती बनती जा रही है. डॉक्टर के अनुसार भारत में केवल 30 प्रतिशत मरीज ही अपना पूरा इलाज करवा पाते हैं. क्योंकि लोगों को AML कैंसर के बारे में देर से पता चलता है, तब तक बीमारी काफी बढ़ चुकी है. AML के शुरुआती लक्षण और जांच की मदद से इसके बारे में शुरुआती समय में पता किया जा सकता है.
AML कैंसर के शुरुआती लक्षण बुखार होना बुखार होना AML कैंसर का शुरुआती लक्षण होता है. दवाई खाने के बाद भी बुखार का सही ना होना बड़ा संकेत होता है. लगातार 2 हफ्तों तक बुखार होना भी AML कैंसर का संकेत हो सकता है. खासकर 30 से 40 की उम्र के लोगों को बुखार की अनदेखी ना करें, अगर दवाई खाने से बुखार में आराम नहीं आता है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. नॉर्मल ब्लड टेस्ट से भी AML कैंसर के बारे में पता किया जा सकता है.
बार-बार इंफेक्शन होना अगर बार-बार आपको जुकाम, इंफेक्शन हो रहा है तो ब्लड कैंसर का लक्षण हो सकता है. AML कैंसर में व्हाइट ब्लड सेल्स प्रभावित होते हैं जो कि शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं. व्हाइट ब्लड सेल्स के प्रभावित होने से इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है.
एनीमियाएनीमिया होना भी AML कैंसर का संकेत हो सकता है.
शरीर से खून आना AML कैंसर में प्लेटलेट्स पर काफी बुरा असर पड़ता है. ऐसे में दांत से खून आना, या शरीर के किसी भी हिस्से से खून आ सकता है. शरीर में ब्लीडिंग होने पर ब्लीडिंग का जल्दी से ना रुकना. इसके अलावा स्किन पर लाल धब्बे दिखना भी ब्लड कैंसर का संकेत है.
हड्डियों में दर्द ब्लड कैंसर बोन मैरो पर काफी बुरा असर डालता है जिस वजह से हड्डियों में दर्द खासकर पीठ और रीढ़ की हड्डी में हो सकात है.
AML कैंसर की जांच कैसे करें ब्लड टेस्ट CBC डॉक्टर रंजीत साहू के अनुसार कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट की मदद से ब्लड कैंसर का पता किया जा सकता है. इस टेस्ट में रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स की संख्या की जांच की जाती है.
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.