प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है. यह कैंसर मेल प्राइवेट पार्ट में मौजूद प्रोस्टेट ग्लैंड में होता है. इसकी सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि यह बीमारी शुरू में बहुत शांत रहती है, न कोई तेज दर्द, न कोई बड़ा संकेत. ऐसे में निदान न होने से व्यक्ति शुरुआती स्टेज में इसे रोकने के उपाय नहीं कर पाता है.ऐसे में यदि आपको यहां बताए गए इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस हो रहा है, या लंबे समय से बना हुआ है, तो सतर्क हो जाएं. ये मामूली लगने वाले लक्षण ही आपके लिए प्रोस्टेट कैंसर को पहचानने के सिग्नल हो सकता है.
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रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना
रात में एक बार से ज्यादा पेशाब के लिए उठना आमतौर पर बढ़ती उम्र का साइड इफेक्ट होता है. लेकिन यह प्रोस्टेट में बदलाव या सूजन का संकेत भी हो सकता है.
यूरिन पास होने में देरी
जब पेशाब करने में थोड़ी देर लगे या झिझक महसूस हो, तो इसे हल्के में लेना गलत है. यह प्रोस्टेट पर बदलाव या कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
पेशाब की धार पतली होना
अगर पेशाब करते वक्त धार कमजोर लगने लगे या बीच में रुक-रुक कर आने लगे, तो इसे सिर्फ पानी कम पीने की वजह न मानें. यह मूत्र नली में आंशिक रुकावट का संकेत हो सकता है, जो प्रोस्टेट कैंसर का नतीजा हो सकता है.
पेशाब में जलन या हल्का दर्द
पेशाब के दौरान जलन या हल्का दर्द यूटीआई (मूत्र संक्रमण) की तरह लग सकता है, लेकिन अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें या बार-बार लौटें, तो यह प्रोस्टेट में सूजन या कैंसर का इशारा हो सकता है.
पेशाब या वीर्य में खून आना
कभी-कभी मूत्र या वीर्य में हल्की सी खून की धार दिखे और वो अपने आप बंद हो जाए, तो भी इसे नजरअंदाज न करें. यह प्रोस्टेट में गंभीर बदलाव का संकेत हो सकता है.
निचले पेट या पीठ में लगातार हल्का दर्द
अगर पेल्विक एरिया या कमर में बार-बार हल्का दर्द हो, जो आता-जाता रहे, तो इसे सिर्फ थकान या गलत पोस्चर का असर न समझें. प्रोस्टेट कैंसर कभी-कभी इस तरह का दबाव या सूजन भी पैदा कर सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.