Premature Menopause: अक्सर माना जाता है कि मेनोपॉज 45 से 55 साल की उम्र के बीच आता है, लेकिन कुछ महिलाओं को इसके लक्षण 35-40 की उम्र में ही दिखने लगते हैं. इस स्थिति को “अर्ली मेनोपॉज” या “प्रीमेच्योर मेनोपॉज” कहा जाता है. ये तब होता है जब ओवरीज समय से पहले एस्ट्रोजन बनाना बंद कर देती हैं, जिससे पीरियड्स में चेंजेज और दूसरे फिजिकल और मेंटल साइन दिखने लगते हैं.
अर्ली मेनोपॉज के शुरुआती इशारे
1. इरेगुलर पीरियड्ससबसे पहला और आम लक्षण होता है पीरियड्स का इरेगुलर होना. कभी बहुत हल्के तो कभी बहुत भारी पीरियड्स, कभी जल्दी तो कभी देरी से आना – ये सब संकेत हो सकते हैं कि हार्मोनल चेंजेज शुरू हो गए हैं.
2. बार-बार मूड स्विंग्सलेट 30s की महिलाओं को अचानक गुस्सा आना, चिड़चिड़ापन, या डिप्रेशन जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. ये लक्षण एस्ट्रोजन लेवल में गिरावट के कारण होते हैं.
3. गर्मी महसूस होनाबिना किसी कारण शरीर का गर्म हो जाना, पसीना आना या रात को सोते वक्त हद से ज्यादा पसीना आना – ये सब हॉट फ्लैश के लक्षण हैं, जो अर्ली मेनोपॉज का संकेत दे सकते हैं.
4. नींद की कमीहार्मोनल बदलाव नींद की क्वालिटी को प्रभावित करते हैं. बार-बार नींद का टूटना या ठीक से नींद न आना एक सामान्य लक्षण है.
5. फर्टिलिटी में गिरावटअगर आप प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रही हैं और काफी वक्त से कामयाबी नहीं मिली, तो ये भी एक इशारा हो सकता है कि ओवरीज अर्ली फेलियर की तरफ बढ़ रही हैं.
क्या करें?
1. गाइनेकॉलजिस्ट से सलाह लें: अगर ऊपर दिए गए लक्षण नजर आ रहे हैं, तो देर न करें. ब्लड टेस्ट्स जैसे FSH, LH और एस्ट्रोजन लेवल को टेस्ट करवाएं.
2. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं: बैलेंस्ड डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और स्ट्रेस कम करना मेनोपॉज के लक्षणों को काबू में रखने में मदद करता है.
3. कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन बढ़ाएं: ये बोन हेल्थ के लिए जरूरी हैं क्योंकि मेनोपॉज के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.