Uttar Pradesh

द्वापर युग में चौमुखी महादेव मंदिर में भगवान श्री कृष्ण ने की थी पूजा, यहीं हुआ था श्री कृष्ण और जरासंध का युद्ध



धीर राजपूत/फिरोजाबाद : फिरोजाबाद जनपद के शिकोहाबाद में एटा रोड पर स्थित भगवान शिव का चौमुखी महादेव मंदिर द्वापर युग का बताया जाता है. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग के चार मुख्य हैं. यह मंदिर फिरोजाबाद में ही नहीं बल्कि दूर-दूर तक प्रसिद्ध है और लोग चौमुखी महादेव के दर्शन करने के लिए आगरा लखनऊ दिल्ली मुंबई से लोग यहां आते हैं.

मंदिर के पुजारी रजत शुक्ला का कहना है कि इस मंदिर की स्थापना द्वापर युग में हुई थी. भगवान श्री कृष्ण और जरासंध के बीच इसी स्थान पर युद्ध हुआ था. युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण ने चौमुखी महादेव की आराधना की थी. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग के चार मुख्य हैं.उन्होंने बताया कि यहां अनेक चमत्कार देखने को मिलते हैं. अभी कुछ दिन पहले ही एक सर्प महादेव के दर्शन के लिए यहां आया और शिवलिंग से लिपट कर बैठा रहा. पुजारी ने बताया कि प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की आरती होती है और यह मंदिर सुबह 4:00 बजे से 12:00 बजे तक और शाम को 5:00 बजे से 10:00 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है.

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जमीन से स्वयं प्रकट हुई थी शिवलिंग

मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां स्थापित शिवलिंग जमीन से स्वयं प्रकट हुई थी. इसलिए इन्हें स्वयंभू के नाम से भी जाना जाता है. इनके चार मुख हैं इसके अलावा यहां अनेकों देवी देवता और ब्रह्मा विष्णु महेश त्रिदेव भी विराजमान है.

विश्व में कहीं पर भी नहीं है ऐसी शिवलिंग

मंदिर के पुजारी रजत शर्मा का मानना है कि शायद ही विश्व भर में कहीं पर भी चार मुख वाली महादेव की शिवलिंग हो क्योंकि यहां स्थापित शिवलिंग किसी के द्वारा स्थापित नहीं की गई. बल्कि यह जमीन से स्वयं प्रकट हुई है. इसलिए ऐसी शिवलिंग कहीं पर भी देखने को नहीं मिलती है.
.Tags: Firozabad News, Local18, Religion 18, UP newsFIRST PUBLISHED : July 27, 2023, 22:42 IST



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