‘दशहरी’ सिर्फ आम नहीं, नवाबी विरासत है…..जानिए इसकी खास पहचान और कहानी

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Last Updated:July 09, 2025, 19:23 ISTदशहरी आम, अवध की नवाबी शान से जुड़ा है और 18वीं शताब्दी में मलिहाबाद के गांव “दशहरी” से इसकी शुरुआत हुई थी. इसकी मिठास, सुगंध और पतली गुठली इसे खास बनाती है. आम का मौसम आते ही बाजारों में रौनक लौट आती है. कोई लंगड़ा ढूंढता है, कोई चौसा तो कोई सफेदा, लेकिन इन सब में एक दशहरी आम ऐसा भी है, जिसे सुनते ही आम प्रेमियों की आंखें चमक उठती हैं. इसे यूं ही नहीं आमों का राजा कहा जाता है, इसकी एक खास पहचान, स्वाद, सुगंध और इतिहास है, जो अवध की नवाबी शान और लखनऊ के पास स्थित मलिहाबाद के एक छोटे से गांव “दशहरी” से जुड़ा है. दशहरी आम की कहानी कोई आज की नहीं, बल्कि 18वीं शताब्दी की है. मलिहाबाद उस समय नवाबों का इलाका हुआ करता था, जहां आम की ढेरों किस्में लगाई जाती थीं. बागवानी के शौकीन एक नवाब ने एक दिन अपने बाग में लगे खास आम का स्वाद लिया और उसकी मिठास व रसीलेपन से इतने प्रभावित हुए कि उसे वहीं पास के गांव के नाम पर “दशहरी” कह दिया. बस यहीं से आमों के इस राजा की पहचान शुरू हो गई. बताया जाता है कि यह आम मूल रूप से एक शंकर प्रजाति (हाइब्रिड) था, जो स्थानीय आमों और किसी दूसरी किस्म के मेल से विकसित हुआ था. नवाब ने इसकी कलम तैयार कर कई पेड़ों में इसका विस्तार कराया और फिर पूरे अवध क्षेत्र में यह आम चर्चा में आ गया. आज दशहरी आम की पहचान सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं, देश के कोने- कोने और विदेशों तक इसकी मिठास पहुंच चुकी है. कृषि विज्ञान केंद्र सहारनपुर के प्रभारी डॉ. आई.के. कुशवाहा ने लोकल18 से बात करते हुए बताया कि लखनऊ का मलिहाबाद क्षेत्र “मैंगो बेल्ट” के नाम से जाना जाता है. यहां से निकला दशहरी आम, स्वाद, सुगंध और पतली गुठली की वजह से बेहद खास है. यही नहीं, यह आम बाजार में सबसे पहले आने वाली किस्मों में से एक है, इसलिए आमप्रेमी हर साल बेसब्री से इसका इंतजार करते हैं. सहारनपुर दशहरी, लंगड़ा और चौसा आम की खेती के लिए जाना जाता है, लेकिन दशहरी का यहां खास रुतबा है. यहां के किसान दशहरी आम की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. यह आम देश ही नहीं, विदेशों में भी निर्यात किया जाता है. दशहरी आम की पहचान उसकी गंध, मुलायम गूदा और लंबे समय तक ताजगी बनाए रखने की खूबी है. इस दशहरी आम को न केवल लोग स्वाद से पहचानते हैं बल्कि इसके पीछे छुपी नवाबी कहानी भी लोगों को आकर्षित करती है. एक गांव से शुरू हुआ यह सफर आज पूरे भारत के आम बाजार में दशहरी को एक अलग मुकाम पर खड़ा करता है.homeagricultureजब नवाब ने चखा स्वाद, तब जन्मा दशहरी…आमों का राजा बना मलिहाबाद, जानें खासियत

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