भारत में पहली बार रोटेटर कफ सर्जरी में ह्यूमन डर्मल एलोग्राफ़्ट (HDA) पैच का इस्तेमाल किया गया है. पहले के समय में फटे हुए रोटेटर कफ को ठीक किया जाता था लेकिन यह तकनीक ज्यादा असरदार नहीं थी. अमृता अस्पताल, फरीदाबाद में ऑर्थोपेडिक्स और अपर लिम्ब सर्जरी के वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. प्रियदर्शी अमित ने रोटेटर कफ सर्जरी में ह्यूमन डर्मल एलोग्राफ़्ट (HDA) पैच का इस्तेमाल किया गया है. इस तकनीक का इस्तेमाल करने से कंधे की मांसपेशी के दोबारा फटने का जोखिम कम हुआ है.
क्या होता है रोटेटर कफ रोटेटर कफ टेंडन कंधे को चारों तरफ से घेरकर रखता है जो कि हाथ उठाने में मदद करता है. चोट लगने, खेल या गिरने की वजह से दूसरी तरफ बढ़ती उम्र, बुजुर्ग लोगों में धीरे-धीरे टेंडन कमजोर होकर टूट जाते हैं. ऐसे में हाथ उठाने में दिक्कत आती है वहीं काफी दर्द भी होता है.
रोटेटर कफ का इलाज रोटेटर कफ का शुरुआती समय में दवाई की मदद से इलाज किया जाता है, वहीं कुछ मामलों में सर्जरी की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है. बुजुर्गों में टेंडन की क्वालिटी खराब होती जिस वजह से सर्जरी के बाद भी रोटेटर फटने का जोखिम बढ़ जाता है. लेकिन पैच इम्प्लांट मरीजों के लिए नई उम्मीद बनकर सामने आया है.
ह्यूमन डर्मल एलोग्राफ़्ट (HDA) पैच कैसे करता है काम डॉ. प्रियदर्शी अमित के अनुसार यूरोप में सर्जरी के दौरान इस पैच का इस्तेमाल हो रहा है. मरीजों में इसके अच्छे नतीजे भी देखने को मिल रहे हैं. डॉ. प्रियदर्शी अमित के अनुसार पैच इम्पलांट सर्जरी के दौरान फटे हुए टेंडन के ऊपर लगाया जाता है, जो नए टिशू को हील करने में मदद करता है. इस सजर्री से मरीज को दर्द से राहत मिलती है वहीं कंधे की मूवमेंट भी सही होने लगती है.
महंगी तकनीक यह इम्प्लांट सर्जरी काफी अच्छी है लेकिन इस सजर्री की सबसे बड़ी कमी है कि इसकी कीमत बहुत ज्यादा है. ज्यादा कीमत की वजह से इस सर्जरी का लाभ सबको नहीं मिल पा रहा है. वहीं डॉक्टर्स को उम्मीद है कि अगर पैच इंडिया में बनने लगे तो इसकी कीमत कम हो सकती है. जिससे हर किसी को इसका लाभ मिल सकता है.
Disclaimer प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.