Uttar Pradesh

Doston Ki Chai: लखनऊ की ‘दोस्तों की चाय’, जहां बिछड़े दोस्त मिल जाते हैं तो… कई फ्लेवर की चाय ने जीता दिल



अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊः कहते हैं कि सिर्फ एक दोस्ती का ही रिश्ता ऐसा होता है जिसे हम खुद बनाते हैं. जिंदगी में दोस्‍तों से साथ आप अपने दिल की हर बात कर सकते हैं. जब यही दोस्त बिछड़ जाते हैं तब जो दर्द होता है. उस दर्द को लखनऊ के संदीप पांडेय ने महसूस किया है. यही वजह है कि इन्होंने सभी बिछड़े हुए दोस्तों को मिलाने के लिए ‘दोस्तों की चाय’ नाम से अपनी दुकान खोल दी.अब दोस्तों की चाय दोस्तों का अड्डा बन गई है. दोस्त यहां पर आते हैं, चाय पीते हैं और पुरानी यादें ताजा करते हैं. न्‍यूज़ 18 लोकल ने दोस्तों की चाय की पूरी कहानी जानी. इस दौरान संदीप पांडेय ने बताया कि उनके कई दोस्त थे. सब एक-एक करके बिछड़ गए. घर के हालात बिगड़े तो उन्होंने लखनऊ में अपनी चाय की दुकान खोल दी. मूल रूप से बस्ती के रहने वाले संदीप पांडेय अपनी पत्नी और दो बच्चों को लेकर लखनऊ आ गए. जबकि माता पिता और भाई बस्ती में ही रहते हैं.दोस्तों को खोजा और फिर फ्री चाय पिलाईसंदीप के मुताबिक, उन्‍होंने दोस्तों की चाय दुकान खोलने के बाद अपने सभी पुराने दोस्तों को खोजना शुरू किया. एक-एक करके सभी को खोज कर अपनी चाय की दुकान पर आमंत्रित किया. यहां पर अपने सभी दोस्तों को उन्होंने फ्री चाय पिलाई.चाय और दोस्ती दोनों का रंग मिलता हैदोस्तों की चाय पर चाय पी रहे संजीव और सुधीर से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे सभी बाहर रहते हैं, लेकिन जब भी लखनऊ आते हैं तो दोस्तों की चाय पर ही आते हैं. यहां की चाय का स्वाद भी अच्छा है. अब उनका यही अड्डा है चाय पीने का.लेना चाहते हैं स्वाद तो ऐसे पहुंचे यहांअगर आप भी अपने दोस्तों के साथ दोस्तों की चाय का स्वाद लेना चाहते हैं, तो जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर चार के ठीक सामने पहुंच जाइए. सुबह चार बजे से लेकर रात दस बजे तक यह दुकान खुली रहती है. यहां पर एक चाय 20 रुपये की है. जबकि नींबू चाय, इलाइची, लौंग और अदरक चाय के फ्लेवर यहां पर आपको मिलेंगे..FIRST PUBLISHED : May 24, 2023, 12:41 IST



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