Prithvi Shaw: भारतीय टीम में युवा खिलाड़ियों की होड़ लगी हुई है. इस रेस में एक दौर में अपनी बल्लेबाजी से सरप्राइज करने वाले भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ कोसों पीछे नजर आते हैं. उनकी टीम में वापसी की उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी हैं. शॉ को लेकर एक हैरतअंगेज खुलासा हुआ है जिसमें उन्होंने बताया कि करियर की लंका कैसे लगी. एक समय पृथ्वी शॉ युवा खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल से कम नहीं थे, लेकिन अब उन्हें कोई नहीं पूछता है. इस बार पृथ्वी ने खुलकर बात की है.
क्या बोले पऋथ्वी शॉ?
पृथ्वी शॉ ने न्यूज24 से कहा, ‘बहुत सारी चीजें हैं, लोगों के इसे देखने का तरीका अलग है. क्योंकि मुझे पता है कि क्या हुआ है. मैं इसे समझ सकता हूं, मैंने जीवन में बहुत सारे गलत फैसले लिए हैं. मैंने क्रिकेट को कम समय देना शुरू कर दिया. मैं बहुत अभ्यास करता था फिर भी उदाहरण के लिए, मैं नेट्स में 3-4 घंटे बल्लेबाजी करता था. मैं बल्लेबाजी से कभी नहीं थकता था. मैं आधे दिन के लिए मैदान में जाता था. मैं मानता हूं कि एक विकर्षण था.’
दोस्तों ने किया बर्बाद
उन्होंने आगे बताया , ‘इसके बाद, मैंने जो जरूरी नहीं था उसे जरूरी मानना शुरू कर दिया. मैंने कुछ गलत दोस्त बनाए. क्योंकि मैं उस समय शीर्ष पर था, दोस्ती भी बनती है. फिर वे मुझे इधर-उधर ले गए. वो सारी चीजें, फिर मैं ट्रैक से दूर हो गया. मैदान पर 8 घंटे अभ्यास, अब यह 4 घंटे हो गया था.’
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शतक के साथ किया था आगाज
पृथ्वी ने साल 2018 में शतक के साथ अपने करियर का आगाज किया था. वह ऐसे चुनिंदा प्लेयर्स में से एक थे जिन्होंने शतक से आगाज किया. बेहद कम उम्र में टीम इंडिया में डेब्यू के बाद उनकी तुलना सचिन जैसे दिग्गजों से भी होने लगी. लेकिन करियर का ग्राफ गिरते देर नहीं लगी और आज उन युवा प्लेयर्स के लिए उदाहरण हैं जो अपने करियर से भटक गलत संगति पकड़ते हैं.
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