Last Updated:July 07, 2025, 23:31 ISTlantana plant care : ये कई प्रकार के सौंदर्य प्रसाधन और किसानों के खेती में उपयोग में आने वाले कीटनाशक के निर्माण में भी होता है. इसीलिए यह बेहद महंगे दामों में बिक जाता है. रायबरेली. हमारे आसपास विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे पाए जाते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में हम इन्हें खरपतवार समझ कर नष्ट कर देते हैं. परंतु यह खरपतवार हमारे लिए बेहद उपयोगी हो सकते हैं, जो हमें कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं. इन्हीं खरपतवार में लैंटाना भी एक है, जो हमारे खेतों के आसपास या जंगलों में खूब पाया जाता है.यह एक झाड़ीनुमा पौधा होता है, जो किसी भी प्रकार की मिट्टी एवं जलवायु में आसानी से उग जाता है. इसकी खासियत है कि यह सूखा सहन करने की अत्यधिक क्षमता रखता है. आपको बताते चलें कि लैंटना एक ऐसा पौधा है, जो आसानी से एक जगह से दूसरी जगह तक फैल जाता है. इसे बुवाई करने या फिर रोपाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है.
जानें कहां उगता ये
कृषि के क्षेत्र में 10 सालों का अनुभव रखने वाले रायबरेली जिले के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी शिव शंकर वर्मा (बीएससी एजी डॉ राम मनोहर लोहिया) लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि लैंटना एक बहु वर्षीय झाड़ी नुमा पौधा है, जो किसानों के खेतों के आसपास खाली पड़े स्थान जंगलों एवं पथरीली जमीन में आसानी से उगता है. यह अत्यधिक वर्षा और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में भी खूब पाया जाता है. इसकी लंबाई औसतन 2 से 8 फीट तक होती है. इसकी पत्तियां हरे रंग की एवं उन पर रेशे होते हैं, जो 3 से 5 इंच तक लंबी होती हैं. उन्हें मसलने पर उनमें विशेष प्रकार की गंध आती है. साथ ही इसमें फूल के छोटे-छोटे गुच्छे निकलते हैं. जिनका रंग समानता पीला ,सफेद ,गुलाबी अथवा क्रीमी होता है. इसे अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग नाम से जाना जाता है.
कमाई का जरिया
लैंटाना किसानों के लिए बेहद उपयोगी है. क्योंकि लैंटाना से कई प्रकार के सौंदर्य प्रसाधन एवं किसानों के खेती में उपयोग में आने वाले कीटनाशक के निर्माण में भी होता है. इसीलिए यह बेहद महंगे दामों में बाजारों में बिक जाता है. बता दें कि लैंटाना से तेल प्राप्त किया जाता है, जो बाजारों में लगभग पांच हजार रूपए प्रति लीटर की दर से बिक जाता है. इसके तेल का उपयोग करके महिलाओं के लिए कई प्रकार के सौंदर्य उत्पाद बनाने में एवं किसानों की फसल बचाव के लिए कीटनाशक के निर्माण में भी इसका उपयोग किया जाता है.
जानें खासियत
यह बाजारों में महंगे दामों में बिक जाता है. किसान इसे संरक्षित करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसका उपयोग करके किसानों के लिए जैविक खाद बनाने के काम में आता है. लैंटाना से तैयार खाद को खेतों में फसल रोपाई से पहले उपयोग करने से 40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर यूरिया की बचत होगी. साथ ही इसकी एक खासियत यह भी है कि यह खेत में मोथा जैसे खरपतवार को कम करने में सहायक होता है.Location :Rae Bareli,Uttar Pradeshhomeagricultureखरपतवार समझकर इस पौधे को न करें नष्ट, आपको बना देगा करोड़पति