ब्लड डोनेशन को एक चैरिटी के रूप में देखा जाता रहा है. जिसमें आप दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपने खून का करते हैं. ब्लड डोनेशन की जरूरत आमतौर पर दुर्घटना ग्रस्त लोग, सर्जरी करवाने वाले मरीजों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को होती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रक्तदान करके आपके खुद की सेहत को भी कई फायदे मिल सकते हैं? हाल ही में हुई कुछ रिसर्च में सामने आया है कि हर तीन महीने में ब्लड डोनेट करने से दिल की बीमारियों से लेकर कैंसर और डायबिटीज तक के खतरे को कम किया जा सकता है.
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कैंसर के खतरे में कमी
लंदन के फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट की एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग लंबे समय तक नियमित रूप से रक्तदान करते हैं, उनमें ब्लड कैंसर का खतरा कम हो सकता है. अध्ययन में पाया गया कि रूटीन ब्लड डोनेट करने से शरीर नई और हेल्दी ब्लड सेल्स बनाता है, जिससे खतरनाक जेनेटिक म्यूटेशन कम हो सकते हैं.
दिल की सेहत में सुधार
ब्लड डोनेशन करने से खून का गाढ़ापन कम होता है, जिससे हार्ट को खून पंप करने में आसानी होती है और हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा घटता है. इसके अलावा, शरीर में आयरन की अधिकता से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन भी ब्लड डोनेशन से कंट्रोल रहती है, जो हार्ट डिजीज का कारण बन सकते हैं.
डायबिटीज का रिस्क कम होता है
कुछ शुरुआती शोधों में यह संकेत मिले हैं कि ब्लड डोनेट करने से इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ सकती है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है. हालांकि यह डायबिटीज का इलाज नहीं है, लेकिन नियमित रक्तदान से मेटाबॉलिक हेल्थ को फायदा मिल सकता है.
फ्री हेल्थ चेकअप का लाभ
हर बार रक्तदान से पहले ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन और पल्स की जांच की जाती है. ऐसे में कई बार खून से जुड़ी बीमारियों की जांच हो जाती है. यह छोटा-सा चेकअप एनीमिया, हाई बीपी जैसे गंभीर बीमारियों का शुरुआती संकेत दे सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.