इस बात को हर कोई जानता है कि डायबिटीज में मिट्ठा नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे शुगर लेवल बढ़ने लगता है. ऐसे में कई फल भी मधुमेह में खाने की मनाही होती है क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर फ्रक्टोज होता है जो शुगर लेवल को बढ़ा सकता है.
ऐसे में गर्मी के दिनों में बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए मशहूर तरबूज डायबिटीज में खाना चाहिए या नहीं इसको लेकर काफी ज्यादा कंफ्यूजन होता है. क्योंकि यह सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ ही मीठा भी होता है. ऐसे में यदि आप भी डायबिटीज के मरीज है तो यह लेख आपके लिए है. यहां आप डायबिटीज में तरबूज के फायदे और नुकसान के साथ इसे खाने का सही तरीका जान सकते हैं.
तरबूज में कितना शुगर होता है
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के डेटा के अनुसार, एक कप, या 152 ग्राम (जी) कटे हुए तरबूज में 9.42 ग्राम नेचुरल शुगर और 11.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है.
क्या तरबूज खाने से शुगर बढ़ सकता है
तरबूज खाने से डायबिटीज पेशेंट का शुगर लेवल बढ़ सकता है कि नहीं यह बात इस पर निर्भर करती है कि फल को कितनी मात्रा में खाया जा रहा है. यदि इसका सेवन बैलेंस डाइट के हिस्से के रूप में किया जा रहा है तो तरबूज खाने शुगर लेवल पर कोई नकारात्मक असर नहीं दिखता है.
इसे भी पढ़ें- आग उगलते सूरज से घर को तपने से बचाने का तरीका, फॉलो करें ये बजट फ्रेंडली टिप्स, बिना एसी ठंडे रहेंगे कमरे
तरबूज खाने से होते हैं डायबिटीज में ये फायदे
डायबिटीज मरीजों में कार्डियो वैसक्यूलर डिजीज की समस्या बहुत अधिक होती है. ऐसे में तरबूज का नियंत्रित मात्रा में सेवन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. दरअसल तरबूज को लाल रंग देने वाला तत्व लाइकोपीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार लाइकोपीन कार्डियो वैसक्यूलर डिजीज के जोखिम को कम करने का काम करता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
UP Weather Update: यूपी में अब शीतलहर बरपाएगी कहर…आगरा-मथुरा समेत इन 30 जिलों में अलर्ट, रहें सावधान
वाराणसी: उत्तर प्रदेश में ठंड का सितम अब शुरू हो गया है. कोहरे के साथ शीतलहर को लेकर…

