Uttar Pradesh

दो लोगों को निवाला बना चुका टाइगर फिर पहुंचा गांव, ग्रामीणों ने ऐसे किया अपना बचाव



सृजित अवस्थी/पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले में टाइगर का दहशत बरकरार है. दो लोगों को निवाला बनाने के बाद एक बार फिर से बाघ पीलीभीत के रानीगंज इलाके में देखा गया है. ग्रामीणों ने खेत में काम करने के दौरान बाघ की चहलक़दमी देखी. पूरे मामले में वन विभाग पर लापरवाही का आरोप भी लगाया जा रहा है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगलों से सटकर सैकड़ों गांव बसे हुए हैं. इन गांवों में कई बार वन्यजीवों की चहलकदमी देखी जाती है. लेकिन यह चहलक़दमी जब बाघ या तेंदुए की होती है तो यह दहशत में बदल जाती है.बुधवार दोपहर में गांव पहुंचा था बाघबीते तकरीबन दो महीने से भी अधिक से पीलीभीत की माधोटांडा तहसील के रानीगंज गांव में बाघ की दहशत बरकरार है. इस इलाके में बाघ दो किसानों को अपना निवाला बना चुका है. तब से अब तक लगातार इस गाव के लोग दहशत के साये में जी रहे हैं. ताज़ा मामला आज दोपहर का है. जब इलाके के ग्रामीण अपने खेतों में काम करने के लिए गए हुए थे. तभी वहां अचानक उनकी नज़र बाघ पर पड़ी. ग्रामीणों ने पूरे मामले की सूचना वन विभाग को दी. लेकिन जब वन विभाग मौक़े पर नहीं पहुँचा तो ग्रामीणों ने ख़ुद ही मोर्चा संभाल लिया.यह सूचना के काफ़ी देर बाद तक विभाग की टीम मौक़े पर नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने फ़ायरिंग कर बाघ को वापस जंगल की ओर खदेड़ा. पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल भी हो रहा है. वही वीडियो में नज़र आ रही परिस्थितियों के अनुसार रानीगंज इलाक़े में किसी भी समय मानव वन्यजीव संघर्ष की स्थिति बन सकती थी.पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार ने बताया कि इलाक़े में बाघ की चहलकदमी की सूचना मिली थी. टीमें निगरानी में जुटी हैं..FIRST PUBLISHED : August 31, 2023, 00:19 IST



Source link

You Missed

Gujarat's farm relief triggers anger across political spectrum
Top StoriesNov 8, 2025

गुजरात के किसानों को राहत देने के फैसले ने राजनीतिक विपक्ष के साथ-साथ व्यापक आक्रोश पैदा किया है

अहमदाबाद: गुजरात सरकार का बहुत बड़ा किसानों के लिए 10,000 करोड़ रुपये का कृषि सहायता पैकेज, जो असामान्य…

Scroll to Top