Last Updated:July 12, 2025, 20:36 ISTBallia News: उत्तर प्रदेश के बलिया के दिव्यांग लक्ष्मी साहनी ने अपनी मेहनत और जुनून से तैराकी में इतिहास रच दिया. बचपन से दिव्यांगता झेलने के बावजूद उन्होंने गंगा में 17 घंटे तैरकर नया रिकॉर्ड बनाया और अब इंग्ल…और पढ़ेंहाइलाइट्सलक्ष्मी साहनी ने गंगा में 17 घंटे तैरकर रिकॉर्ड बनाया.अब लक्ष्मी इंग्लिश चैनल पार करने की तैयारी कर रहे हैं.राष्ट्रीय स्तर पर लक्ष्मी ने 5 से अधिक स्वर्ण पदक जीते हैं.बलिया: कहते हैं न- मन के हारे हार है, मन के जीते जीत. इस कहावत को सच कर दिखाया है बलिया जिले के बांसडीह तहसील के हालपुर गांव निवासी लक्ष्मी साहनी ने, जो दोनों पैरों से दिव्यांग हैं, लेकिन उनका हौसला और जुनून किसी चट्टान से कम नहीं है.
लक्ष्मी साहनी बचपन से ही दिव्यांगता का सामना कर रहे हैं, लेकिन उनका सपना था कुछ ऐसा कर दिखाने का, जो शायद उनकी हालत में लोग सोच भी नहीं पाते. साहनी ने हार नहीं मानी और आज वो अपनी मेहनत और जिद के दम पर तैराकी की दुनिया में एक चमकता नाम बन चुके हैं.
जुनून ने रच दिया इतिहासबलिया के निवर्तमान क्रीड़ाधिकारी श्री सोनकर को अपना गुरु मानने वाले लक्ष्मी साहनी को शुरुआत में तैराकी का कोई अनुभव नहीं था. लेकिन उन्होंने इसे सीखा, समझा और अभ्यास करते-करते वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के तैराक बन गए.अब लक्ष्मी का अगला लक्ष्य है इंग्लैंड का 42 किलोमीटर लंबा ‘English Channel’ और आयरलैंड का ‘North Channel’ पार करना. यह सपना जितना बड़ा है, उतनी ही मजबूत है साहनी की इच्छाशक्ति.
गांव की नदियों से लेकर गंगा में रिकॉर्ड तोड़ा
लक्ष्मी ने तैराकी की शुरुआत गांव की छोटी-बड़ी नदियों से की. लोगों के सहयोग और खुद की लगन से उन्होंने इस कठिन कला में महारत हासिल कर ली. खास बात ये है कि उन्होंने वाराणसी के अस्सी घाट से बलिया तक गंगा नदी में लगातार 17 घंटे 34 मिनट तक तैरकर रिकॉर्ड तोड़ दिया. इतना ही नहीं, साहनी ने सिर्फ एक मिनट में 50 मीटर तैरकर यह भी दिखा दिया कि दिव्यांगता शरीर में हो सकती है, सोच में नहीं.
राष्ट्रीय स्तर पर जीते कई पदकअब तक लक्ष्मी साहनी को राष्ट्रीय स्तर पर 5 से अधिक स्वर्ण पदक, कई रजत पदक, और सम्मानजनक पुरस्कार मिल चुके हैं. पढ़ाई में भी वह पीछे नहीं रहे उन्होंने स्नातक तक की शिक्षा पूरी की है. तैराकी में बैक स्ट्रोक, फ्री स्टाइल, बटरफ्लाई और ब्रेक स्ट्रोक जैसी विभिन्न तकनीकों में भी वो निपुण हैं.
Location :Ballia,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshदिव्यांग हैं, लेकिन हौसला फौलादी!बलिया के तैराक लक्ष्मी साहनी ने बनाया रिकॉर्ड