Diet coke side effects: हाल के वर्षों में काफी लोकप्रियता काफी लोकप्रियता हासिल करने वाली शुगर-फ्री कार्बोनेटेड ड्रिंक ‘डाइट कोक’ आपकी जान की दुश्मन बन सकती है. उभरते शोध और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंताओं ने इसके सेवन से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों पर प्रकाश डाला है. डायबिटीज जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन में पाया गया कि जो लोग आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है. डाइट कोक में भी एक प्रकार के आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है.
फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने 9 वर्षों तक 1,05,588 लोगों की डाइट और सेहत का विश्लेषण किया. अध्ययन के अंत तक, 972 प्रतिभागियों में टाइप-2 डायबिटीज विकसित हो गया था. विशेषज्ञों ने पाया कि जो लोग प्रतिदिन 16 से 18 मिलीग्राम आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करते हैं, उनमें कम खाने वालों की तुलना में डायबिटीज विकसित होने की संभावना 69 प्रतिशत अधिक होती है.
साइलेंट किलरजहां कई लोगों को डाइट कोक एक हेल्दी विकल्प लग सकता है, लेकिन अनुसंधान और अध्ययनों ने इसके संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं. डाइट कोक में सबसे विवादास्पद सामग्रियों में से एक एस्पार्टेम है, जो एक सिंथेटिक स्वीटनर है. कुछ अध्ययनों से पता चला है कि एस्पार्टेम विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हो सकता है, जिसमें सिरदर्द, चक्कर आना और यहां तक कि कुछ पुरानी बीमारियों का खतरा भी शामिल है.
डाइट कोक पीने के नुकसान
वजन बढ़ना: डाइट के सेवन को वजन बढ़ने और मोटापे के बढ़ते जोखिम से जोड़ा है. इस घटना के पीछे का कारण शरीर के मेटाबॉलिज्म और भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन पर आर्टिफिशियल स्वीटनर का प्रभाव माना जाता है.
मेटाबॉलिक डिसऑर्डर: डाइट कोक के लंबे समय तक सेवन से टाइप-2 डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसे मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि सटीक तंत्र अभी तक पूरी तरह से समझ में नहीं आया है, डिसऑर्डर की अत्यधिक खपत ग्लूकोज विनियमन और इंसुलिन सेंसिटिविटी पर गलत प्रभाव डाल सकती है.
दांतों की सेहत: डाइट कोक की एसिडिक प्रकृति दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे दांत डैमेज और कैविटी हो सकती है.
दिल की सेहत: कुछ अध्ययनों ने नियमित डाइट कोक के सेवन और दिल की बीमारी के बढ़ते खतरे के बीच एक संभावित संबंध का सुझाव दिया है.
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