Desserts for diabetes patient: जब मीठे के शौकीन लोगों को संतुष्ट करने की बात आती है, तो डायबिटीज से पीड़ित लोग अक्सर विकल्पों के साथ संघर्ष करते हैं. मेटाबॉलिक डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों के लिए रिफाइंड शुगर और फैट वाली मिठाइयां तो भूलकर भी नहीं खानी चाहिए. हालांकि, नेचुरल रूप से मीठी सामग्री की कोई कमी नहीं है, जिसका उपयोग मीठी डिश बनाने के लिए किया जा सकता है. सेब, खजूर, शहद, बाजरा, चिया बीज, स्ट्रॉबेरी सभी पौष्टिक हैं और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखते हैं. नीचे बताए गए 3 शुगर फ्री भोजन डायबिटीज मरीजों की मीठा खाने की इच्छा पूरी करेंगे.
बार्नयार्ड बाजरा की खीर
बार्नयार्ड बाजरे को कम से कम 20 मिनट तक पानी में भिगोएं. फिर इसे अच्छी तरह धोएं, छान लें और एक तरफ रख दें. अब इसे उबलते दूध में डालें और अच्छी तरह उबलने दें. जब बाजरा नरम हो जाए तो इसमें इलायची पाउडर डालें. खीर धीमी आंच पर पकाएं और स्वादानुसार चीनी का विकल्प डालें. अच्छी तरह मिलाएं और गाढ़ा और मलाईदार होने तक पकाएं. अब आपकी खीर बनकर तैयार है.
सत्तू और बीज का हलवासत्तू के आटे को नॉन स्टिक तवे पर 2 मिनिट तक सूखा भून लीजिए, इसमें 2 चम्मच घी डालकर धीमी आंच पर अच्छी तरह चलाते हुए सुनहरा होने तक भून लीजिए. फिर एक गिलास दूध डालें और इसे तब तक हिलाएं जब तक कि दूध ठीक से एकसार न हो जाए और पेस्ट जैसी बनावट न बना ले. स्वाद के अनुसार चीनी का विकल्प मिलाएं. अब हलवे को मिक्स्ड बीजों (तिल, कद्दू और सूरजमुखी के बीज) से सजाएं और गर्मागर्म सर्व करें.
सेब सिंघाड़े का हलवाएक सॉस पैन गरम करें, और सेब, सिंघाड़े का आटा बादाम का दूध व खजूर सिरप को डालें और उबाल आने दें. मिश्रण को फेंटते रहें और सुनिश्चित करें कि कोई गांठ न बने. अब अरारोट पाउडर को थोड़े से पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें. इसे धीरे-धीरे डालें और हिलाते रहें. इसे 1-2 मिनट तक पकने दें. धीरे से मिश्रण को एक गिलास या कटोरे में डालें और ऊपर से चिया सीड्स, कटे हुए बादाम और फलों की गार्निश करें. फिर 3-4 घंटे के लिए फ्रिज में रखें और ठंडा परोसें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NCW calls for overhaul of cyber laws, seeks tougher safeguards for women online
NEW DELHI: Aimed at addressing the legal and institutional gaps in India’s response to cyber offences targeting women,…

