धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर हैं लखीमपुर जिले के ये पांच जगहें, घूमने का है प्लान तो जरूर करें यहां विजिट

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Last Updated:May 09, 2025, 18:01 ISTउत्तरप्रदेश के प्रमुख जिलों में से एक खीरी जिला हैं. जो कि नेपाल से सटा हुआ है क्षेत्रफल की दृष्टि में सबसे बड़ा जिला है. लखीमपुर खीरी जिले में कई ऐसी जगह स्थित है जहां आप पहुंच कर आनंद ले सकते हैं कुछ तो आज भी…और पढ़ें यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित सिंगाही राजमहल एक धरोहर है. खैरीगढ़ स्टेट के नाम से जाना जाता था. यहां स्थित राजा इंद्र विक्रम शाह का राजमहल कला का अद्भुत नमूना है. राजमहल की बनावट देख कर ब्रिटेन के बर्मिंघम पैलेस की याद आती है. खैरीगढ़ रियासत के बारे में माना जाता है कि यह रियासत सूर्यवंशी क्षत्रियों की थी जिसकी स्थापना 15वीं शताब्दी में अकबर के शासन काल में अयोध्या के राजा अर्जुन मल ने की थी. गोला छोटी काशी भगवान शिव की नगरी के नाम से जानी जाती है सावन माह में लाखों की संख्या में शिव भक्त आते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं मानता है कि रावण ने भगवान शिव की शिवलिंग को गोला गोकर्णनाथ में स्थापित किया था. आज भी शिवलिंग पर रावण के अंगूठे का निशान प्रतीत होता है। दुधवा नेशनल पार्क वन्यजीवों के लिए जाना जाता है देश-विदेश से सैलानी दुधवा नेशनल पार्क आते हैं और वन्यजीवों का दीदार करते हैं दुधवा के जंगल में विलुप्त प्रजाति के कई ऐसे वन्य जीव हैं जो सैलानियों को देखने को मिलते हैं. लखीमपुर शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर ओयल कस्बे में स्थित मेंढक मंदिर देश का एक इकलौता ऐसा शिव मंदिर है जहां भगवान शिव मेंढक की पीठ पर विराजमान है इसे देखने के लिए काफी दूर से लोग यहां आते हैं लखीमपुर में धरोहर के रूप में जाना जाता है.यहां भगवान के साथ में मेंढक की भी पूजा होती है। लखीमपुर जिले का संकटा देवी मंदिर पौराणिक ही नहीं बल्कि उन 3 शक्तिपीठों में से एक हैं, जो भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा स्थापित किया गया था, संकटा देवी शहर की कुलदेवी के रूप में रेलवे स्टेशन से लगभग 500 मीटर की दूरी पर विराजमान है. ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध के बाद यहां पर तीन शक्तिपीठ की स्थापना की थी,homeuttar-pradeshधार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर हैं लखीमपुर जिले के ये पांच जगहें

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