संजय यादव/बाराबंकी: बाराबंकी जिला कभी अफीम का गढ़ माना जाता था. मगर अब केले की खेती की बेल्ट के रुप में भी जाना जाने लगा है. यहां पर परंपरागत खेती छोड़कर किसान केले की खेती बड़े पैमाने पर कर रहे है. यहां के कई किसान आधुनिक तरीके से खेती कर अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. वहीं बाराबंकी जिले के युवा किसान आकाश ने केले की खेती के माध्यम से अपनी तकदीर बदली. एक बीघे से केले की खेती की शुरुआत करने वाले आकाश आज 4 बीघे में केले की खेती कर रहे है और अच्छा लाभ कमा रहे हैं.

बाराबंकी शहर के रहने वाले युवा किसान आकाश दो साल पहले मजीठा गांव में एक बीघे में केले की शुरुआत की थी. आज वो चार बीघे में केले की खेती से सलाना 3 लाख रुपये मुनाफा कमा रहे हैं. उनकीखेती देख आज कई किसान केले की खेती कर रहे है. किसान आकाश ने बताया कि पहले व गेहूँ धान आलू की पारम्परिक खेती करते थे. जिसमें अधिक मुनाफा नही हो पाता था. फिर हमें उद्यान विभाग से केले की खेती के बारे में जानकारी हुई तो हमने एक बीघे से केले की खेती की शुरुआत की. जिसमें अधिक मुनाफा देख अब 4 बीघे में केले की खेती कर रहे है जिसमें हमेअच्छा मुनाफा हो रहा है.

कम लागत में बंपर मुनाफा

किसान आकाश ने बताया कि उनके खेत के केले की क्वालिटी इतनी अच्छी है कि व्यापारी खुद खेत पर ही आकर उनसे केले की खरीदारी करते हैं. किसान का कहना है कि वे वैज्ञानिक विधि से केले की खेती करते हैं. इसका उन्हें फायदा मिला और अच्छी उपज हुई. इनकी देखरेख के लिए निराई-गुड़ाई बेहद जरूरी है. केले की फसल के खेत को स्वच्छ रखने के लिए आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई करते रहना चाहिए. अब वे केले की खेती से साल में लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं.
.Tags: Hindi news, Local18, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : December 3, 2023, 12:13 IST



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