अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ.लखनऊ में लगातार बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप को देखते हुए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने बड़ा कदम उठाया है. जिससे यहां पर जांच और इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू के बढ़ते हुए प्रकोप और मरीज के लिए प्लेटलेट्स की बढ़ती हुई आवश्यकताओं को देखते हुए ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की ओर से अब 24 घंटे प्लेटलेट्स एफेरेसिस प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया गया है.24 घंटे प्लेटलेट्स एफेरेसिस प्रक्रिया शुरू होने से डेंगू के मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स अब 24 घंटे मिल सकेगी. यानी हर तरह के मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स अब 24 घंटे यहां पर उपलब्ध हो सकेगी.सिंगल डोनर प्लेटलेट्स रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की तुलना में अधिक शक्तिशाली होते हैं. सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की 1 यूनिट रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की 6-8 यूनिट के बराबर होती है. कॉम्पोनेन्ट सेपरेशन की अधिक कुशल प्रणाली द्वारा एकत्र किए जाने वाले सिंगल डोनर प्लेटलेट्स में आरबीसी जैसे अन्य घटकों को ले जाने की संभावना कम होती है.24 घंटे एफेरेसिस से मरीजों को होगा फायदाट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की प्रोफेसर और एचओडी डॉक्टर तूलिका चंद्रा ने बताया कि केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग ने यह फैसला लिया है जिससे डेंगू के मरीजों के साथ ही दूसरे मरीजों को भी फायदा होगा. उन्होंने बताया कि लखनऊ में अभी तक सुबह 8:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक प्लेटलेट एफेरेसिस की प्रक्रिया होती थी लेकिन अब डेंगू के लगातार बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए इसे 24 घंटे करने का फैसला लिया गया है. अब 24 घंटे मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स मिल सकेगी. उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया से बनी प्लेटलेट्स से प्लेटलेट्स की कमी से पीड़ित मरीज को एक बार में ही काफी फायदा हो जाएगा.लखनऊ में रोज मिल रहे डेंगू के इतने मरीजलखनऊ में रोजाना 36 मरीज डेंगू के मिल रहे हैं. सीएमओ कार्यालय से मंगलवार देर शाम जारी हुई सूचना के मुताबिक मंगलवार को लखनऊ शहर के अलग-अलग हिस्सों से डेंगू के कुछ 36 मरीज मिले हैं. यह आंकड़ा रोज 30 के ऊपरी जा रहा है. ऐसे में रोज 36 मरीज का सामने आना एक बड़ा आंकड़ा है, इसलिए केजीएमयू ने यह फैसला लिया है ताकि डेंगू के मरीजों की जान बचाई जा सके..FIRST PUBLISHED : October 17, 2023, 23:10 IST



Source link