अयोध्या में दीपोत्सव के मौके पर एक और ऐतिहासिक पहल देखने को मिलेगी. राम नगरी की सड़कों पर निकलने वाली शोभायात्रा में इस बार देश की सामरिक शक्ति का प्रतीक ब्रह्मोस मिसाइल की झांकी भी शामिल की जाएगी. यह पहली बार है जब दीपोत्सव जैसे सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन में रक्षा क्षेत्र की आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहे इस भव्य दीपोत्सव में रामायण कालीन झांकियों के साथ-साथ देश की सैन्य ताकत की झलक भी दिखाई देगी.
इस शोभायात्रा में रामायण कालीन झांकियों के साथ-साथ देश की सैन्य ताकत की झलक भी दिखाई देगी. यह झांकी न केवल दर्शकों को आकर्षित करेगी, बल्कि यह भारत की रक्षा क्षमता का भी प्रदर्शन करेगी. ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से विकसित की गई एक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, जिसे जल, थल और वायु – तीनों माध्यमों से लॉन्च किया जा सकता है. इसकी मारक क्षमता और सटीकता इसे दुनिया की अग्रणी मिसाइल प्रणालियों में शामिल करती है. ऑपरेशन सिंदूर में इसी ब्रह्मोस मिसाइल की दहशत के पाकिस्तान कांप उठा था.
दीपोत्सव हर वर्ष भव्य रूप से मनाया जाता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होते हैं. इस वर्ष ब्रह्मोस मिसाइल की झांकी को शामिल कर आयोजन को एक नया आयाम देने की तैयारी की जा रही है. अयोध्या का दीपोत्सव एक ऐसा आयोजन है, जो न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का है, बल्कि यह भारत की सामरिक शक्ति का भी प्रदर्शन करता है.