प्रयागराज: यूपी पुलिस के पूर्व आईजी डीके पांडा यानी देवेन्द्र किशोर पांडा के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. डीके पांडा के अनुसार उनके खाते से ठगों ने 4.32 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिया है. फिलहाल, इसकी रिपोर्ट उन्होंने घूमनगंज थाने में दर्ज करा दी है. वैसे ये पहली बार नहीं है जब उनके साथ ये साइबर ठगी हुई है. पिछले साल अक्टूबर में भी डीके पंडा ने 381 करोड़ रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था.
डीके पांडा के बारे में जानकारी देने के लिए कहा जा रहा है कि वह 1971 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. वह मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं. लेकिन वह उस वक्त चर्चा में ज्यादा आए जब उन्होंने अचानक से 16 श्रृंगार के साथ ड्यूटी पर आना शुरू कर दिया. वह ड्यूटी के दौरान महिलाओं के वस्त्र में रहते थे और खुद को भगवान कृष्ण की दूसरी राधा घोषित कर दिया था. उनकी इस हरकत ने लोगों के बीच विवाद पैदा कर दिया था. लेकिन अब डीके पांडा ने अपने जीवन को एक नए रास्ते पर ले जाने का फैसला किया है और वह कृष्ण भक्ति में लीन रहते हैं. वह अपने घर से ही पूजा-पाठ करते हैं और कृष्ण भक्ति में लीन रहते हैं।
डीके पांडा ने साल 2005 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वैसे उन्हें 2007 में रिटायर होना था, लेकिन 2 साल पहले ही उन्होंने वीआरएस ले लिया. हालांकि, अब डीके पांडा ने दूसरी राधा का रूप त्याग दिया है और वह कृष्णानंद बन गए हैं. उन्होंने अपने जीवन को एक नए रास्ते पर ले जाने का फैसला किया है और अब वह अपने जीवन को एक नए रास्ते पर ले जाने का फैसला किया है और वह कृष्ण भक्ति में लीन रहते हैं।
अब डीके पांडा के साथ हुई साइबर ठगी के मामले में पुलिस जांच कर रही है. पुलिस ने डीके पांडा के खाते से ट्रांसफर हुए पैसे की जांच की जा रही है. पुलिस ने यह भी कहा है कि वे ठगों को पकड़ने के लिए पूरी कोशिश करेंगे.