चंडीगढ़: पंजाब में हुई बाढ़ ने अब तक 24 लोगों की जान ले ली है। बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है, जिसमें राज्य के नौ जिलों में स्थित 1,018 गांव प्रभावित हैं और 1.51 लाख एकड़ (61,273 हेक्टेयर) में खड़े फसलें पानी में डूबी हुई हैं। रावी, बियास और सुतलज नदियों के जलस्तर के बढ़ने से राज्य को फसल नुकसान और पशुओं की मौत के कारण बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। जिला मुख्यालयों से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, फाजिल्का में 16,632 हेक्टेयर, फरीदकोट में 10,806 हेक्टेयर, कपूरथला में 11,620 हेक्टेयर, पठानकोट में 7,000 हेक्टेयर, तरनतारन में 9,928 हेक्टेयर और होशियारपुर में 5,287 हेक्टेयर की जमीन प्रभावित हुई है। वर्तमान में, 87 में से 77 राहत शिविर पूरी तरह से काम कर रहे हैं, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 4,729 लोगों को आश्रय प्रदान कर रहे हैं। प्रशासन इन लोगों की सभी आवश्यक जरूरतों का ध्यान रख रहा है। रावी नदी धार्मकोट में गुरदासपुर जिले में खतरे के स्तर से भी ऊपर 4.60 लाख क्यूसेक में बह रही है। माधोपुर और उज्ज बांधों में जलस्तर 39,000 क्यूसेक और 7,700 क्यूसेक पर पहुंच गया है। दोनों भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक विशेष राहत पैकेज की मांग की है। विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि उन्हें एक विशेष केंद्रीय राहत पैकेज प्रदान किया जाए, जिससे शहीदों के परिवारों और फसल नुकसान के शिकार किसानों को मुआवजा दिया जा सके।
Anil Ambani offers to ‘virtually appear’ before ED in FEMA case
NEW DELHI: Reliance Group chairman Anil Ambani has offered to appear before the Enforcement Directorate (ED) through virtual…

