राजस्थान में हुए बस हादसे के बाद मंत्री ने दी बड़ी घोषणा, जानिए क्या है पूरा मामला
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यदि समिति बस के मालिक या किसी अधिकारी को दोषी पाती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करने वाली बसें चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।” मंत्री ने एक राज्यव्यापी जांच अभियान की घोषणा की, जिसका उद्देश्य भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए संशोधित और निजी लंबी दूरी की बसों की जांच करना है।
इस बीच, सरकार द्वारा पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा ने एक नई विवाद को जन्म दिया है। आर्थिक सहायता पैकेज के अनुसार, जिन परिवारों को तीन या अधिक सदस्यों की मृत्यु हुई है, उन्हें 25 लाख रुपये दिए जाएंगे, जबकि जिन परिवारों को एक या दो सदस्यों की मृत्यु हुई है, उन्हें प्रति पीड़ित 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये प्रति व्यक्ति और हल्के घायल लोगों को 1 लाख रुपये प्रति व्यक्ति दिए जाएंगे।
विपक्ष के नेता तीकाराम जुल्ली ने आर्थिक सहायता में असमानता को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने दो दिन बाद ही सहायता की घोषणा की, लेकिन इस प्रकार की आर्थिक सहायता के बंटवारे को अनुचित कहा जा सकता है। एक ही दुर्घटना के लिए अलग-अलग आर्थिक सहायता प्रदान करना मानव जीवन के साथ बाजार करने जैसा है।”